Sawan Month: सावन के पावन महीने में भूल से भी ना करें ये गलतियां, भुगतने पड़ेंगे भारी परिणाम
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Sawan Month: सावन के पावन महीने में भूल से भी ना करें ये गलतियां, भुगतने पड़ेंगे भारी परिणाम

Tulsi Ke Niyam: सावन का पावन महीना चल रहा है और ऐसे में शिव भक्‍त शिव जी को प्रसन्‍न करने के लिए तरह-तरह की पूजा पाठ करते है. भक्‍तों से जाने अनजाने में कई बार गलतियां भी हो जाती हैं. ऐसे में कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना जरूरी है.

Sawan Month: सावन के पावन महीने में भूल से भी ना करें ये गलतियां, भुगतने पड़ेंगे भारी परिणाम

Tulsi ke Niyam: सावन का महीना चल रहा है. सनातन धर्म में यह महीना श्रद्धालुओं के लिए बहुत ही खास होता है. ऐसे पावन महीने में आपको कुछ गलतियों से बचना बहुत जरूरी है. हिंदू धर्म में तुलसी को विशेष स्‍थान दिया गया है. तुलसी को भगवान विष्‍णु का प्रिय माना गया है. तुलसी का पौधा घर में होना शुभ माना जाता है. तुलसी को लेकर भी ऐसे कई नियम हैं, जो आपको जरूर जान लेने चाहिए. 

कब तक रखी जानी चाहिए तुलसी?

अगर आपने तुलसी को अपने पूजा घर में रखा हुआ है तो उसे 10 से 12 दिनों में बदल देना चाहिए. अगर तुलसी के पत्‍ते पहले ही सूख गए हैं तो उसे बदल देने चाहिए. हालांकि धर्म ग्रंथों के मुताबिक तुलसी का पौधा पवित्र माना गया है. ये जितना भी पुराना हो पवित्र ही रहता है. 

तुलसी के कितने पत्‍ते रखें? 

आप पूजा घर में तुलसी के पत्‍ते रखते हैं तो कई बार आपको लोग बोलते होंगे कि दो पत्‍ते रखों या सात पत्‍ते रखें. धार्मिक मान्‍यता की माने तो दो पत्‍ते रखें जाने चाहिए. हालांकि कुछ अनुयायी 7 तुलसी के पत्‍ते रखने के लिए बोलते हैं. 

दो प्रकार की होती है तुलसी, कौन सी रखें?

हिन्‍दू धर्म में दो प्रकार की तुलसी का उपयोग किया जाता है. रामा तुलसी और श्‍यामा तुलसी. दोनों का अपना महत्‍व होता है. रामा तुलसी हरे रंग की होती है. इसे भाग्‍यतुलसी के नाम से भी जाना जाता है. इसके अलावा श्‍यामा तुलसी होती है. जो श्रीकृष्ण को प्रिय होती है. यह काले और बैंगनी रंग की होती है. 

हर भगवान को नहीं चढ़ाई जाती तुलसी

सनातन धर्म में भगवान श्रीकृष्ण के अलावा भगवान विष्‍णु और माता लक्ष्‍मी को तो तुलसी चढ़ाई जाती है लेकिन भगवान शिव को तुलसी कभी ना चढ़ाएं. इसके अलावा भगवान गणेश को भी तुलसी नहीं चढ़ाई जाती. शिवजी को तुलसी इसलिए नहीं चढ़ाई जाती क्‍योंकि शिवजी को श्राप दिया गया है. 

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