Sankashti Chaturthi 2022: आज पूरे दिन बरसेगी गणपति की अपार कृपा, ये अचूक उपाय भर देंगे खाली झोलियां
Advertisement
trendingNow11437174

Sankashti Chaturthi 2022: आज पूरे दिन बरसेगी गणपति की अपार कृपा, ये अचूक उपाय भर देंगे खाली झोलियां

Sankashti Chaturthi Upay: आज शनिवार के दिन मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि है. आज के दिन गणेश जी को समर्पित संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखा जाता है. आज किए ये उपाय बरसाएंगे गणपति की अपार कृपा. 

 

फाइल फोटो

Sankashti Chaturthi Remedies: हिंदू पंचाग के अनुसार हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखा जाता है. मान्यता है कि आज के दिन विधिवत व्रत रखने और पूजा आदि करने से भक्तों को गणेश जी की कृपा प्राप्त होती है. साथ ही, व्यक्ति के सभी कार्य निर्विघ्न पूरा हो जाता है. मार्गशीर्ष माह की संकष्टी चतुर्थी का व्रत आज 12 नवंबर के दिन रखा जा रहा है. इसे गणाधिप संकष्टी चतुर्थी के नाम से जाना जाता है. इस दिन व्रत रखने और गणेश जी की उपासना करने से भक्तों के सभी दुख दूर हो जाते हैं और कष्टों से छुटकारा मिलता है. 

ज्योतिष शास्त्र में देवी-देवताओं की कृपा पाने के लिए कुछ खास उपायों के बारे में बताया गया है. अगर इन उपायों को किसी खास तिथि पर किया जाए, तो ये शीघ्र
फल प्रदान करते हैं. आज संकष्टी चतुर्थी के दिन बप्पा की कृपा पाने के लिए कुछ उपाय बताए गए हैं. आइए जानें संकष्टी चतुर्थी पूजा मुहूर्त और उपायों के बारे में.

गणाधिप संकष्टी चतुर्थी पूजा मुहूर्त 

चतुर्थी तिथि आरंभ- 11 नवंबर 2022 रात 08 बजकर 17 मिनट से शुरू

चतुर्थी तिथि समाप्त- 12 नवंबर 2022 को रात 10 बजकर 25 मिनट पर

गणेश जी की पूजा का समय- सुबह 08 बजकर 02 मिनट से सुबह 09 बजकर 23 मिनट तक है और  दोपहर 01 बजकर 26 मिनट से शाम 04 बजकर 08 मिनट तक पूजा कर सकते हैं. बता दें कि आज सिद्ध योग सुबह से लेकर रात 10 बजकर 04 मिनट तक रहेगा. 

चंद्रोदय समय- हिंदू पंचांग के अनुसार आज चंद्रोदय समय रात 08 बजकर 21 मिनट तक है. 

गणाधिप संकष्टी चतुर्थी उपाय 

- जीवन में आने वाली सभी परेशानियों से मुक्ति पाने के लिए गणेश चतुर्थी के दिन गणेश जी को सिंदूर अर्पित करें. साथ ही, दूर्वा को जोड़े में अर्पित करने से हर प्रकार के विघ्न दूर हो जाते हैं. 

- अगर आप आर्थिक लाभ चाहते हैं तो भगवान गणेश की नियमित पूजा करने के साथ गणेश चतुर्थी के दिन भगवान के चरणों पर दूर्वा अर्पित करें. साथ ही, इदं दुर्वादलं ॐ गं गणपतये नमः मंत्र का जाप करें. 

- ज्योतिष शास्त्र अनुसार आज के दिन गणेश पूजा के साथ-साथ गणेश यंत्र की स्थापना करें. इस दिन पूजा के बाद भगवान की प्रिय चीजों का भोग अवश्य लगाएं. 

- संकष्टी चतुर्थी के दिन  'वक्रतुण्डाय हुं' मंत्र का जाप कम से कम 108 माला करें. मान्यता है कि इस मंत्र का जाप करने से भगवान गणेश की अपार कृपा बरसती है. 

- वहीं, अगर आप कर्ज से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो गणेश जी को गुड़ और घी का भोग लगाएं. जल्द ही आपको कर्ज से छुटकारा मिल जाएगा. 

अपनी फ्री कुंडली पाने के लिए यहां क्लिक करें
 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)   

Trending news