Kalki Avatar Dham: 19 फरवरी, सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश के संभल जिले में कल्कि धाम का शिलान्यास कर रहे हैं. भगवान विष्णु का 10 वां अवतार कल्कि कलियुग के अंत में होगा.
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Kalki Dham Kaha Hai: धर्म-शास्त्रों के अनुसार जब भी धरती पर अधर्म बढ़ा है, धर्म की स्थापना करने के लिए भगवान भगवान विष्णु ने अवतार लिया है. इस तरह धर्म-शास्त्रों में भगवान विष्णु के 24 अवतारों का वर्णन है, जिसमें से कल्कि अवतार भगवान विष्णु का 10वां अवतार है, जो होना अभी बाकी है. मान्यता है कि कलियुग की समाप्ति भगवान विष्णु के कल्कि अवतार से होगी.
कब होगा कल्कि अवतार?
धर्म ग्रंथों के अनुसार कलियुग का प्रारंभ 3102 ईसा पूर्व से हो चुका है. अभी कलियुग का प्रथम चरण चल रहा है. पुराणों के अनुसार कलियुग 4 लाख 32 हजार वर्षों का होगा. जिसमें से कलियुग के 3102+2024= 5126 साल बीत चुके हैं और 426875 साल अभी बाकी हैं. धर्म-शास्त्रों के अनुसार कल्कि अवतार कलियुग के अंत होगा. यानी कि भगवान विष्णु का कल्कि अवतार होने में अभी करीब 426875 साल बाकी हैं. भगवान कल्कि कलियुग की समाप्ति और सतयुग के संधि काल में अवतरित होंगे.
श्रीमद्भागवत पुराण के 12वें स्कंद के 24वें श्लोक के अनुसार जब गुरु, सूर्य और चंद्रमा एक साथ पुष्य नक्षत्र में प्रवेश करेंगे, तब भगवान कल्कि अवतरित होंगे. गणना के आधार पर भगवान कल्कि सावन महीने के शुक्लपक्ष की पंचमी तिथि को जन्म लेंगे. इसलिए हर साल सावन शुक्ल पंचमी को कल्कि जयंती मनाई जाती है.
कहां होगा कल्कि अवतार?
पुराणों के अनुसार कलियुग के अंत में भगवान विष्णु कल्कि रूप में अवतार लेकर धरती से पापियों का नाश करेंगे और फिर धर्म की पताका लहराएगी. इसके बाद फिर से सतयुग शुरू होगा. जहां तब बात कल्कि अवतार कहां होगा तो विषय में कल्कि पुराण के अनुसार भगवान विष्णु का कल्कि अवतार संभल गांव में होगा. मान्यता है कि उत्तरप्रदेश के मुरादाबाद के पास स्थित संभल गांव में भगवान विष्णु का 10वां कल्कि अवतार होना है. इसलिए यहां पर कल्कि धाम बनाया गया है. इस कल्कि धाम के पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम् हैं. आज 19 फरवरी, सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 बजे संभल में श्री कल्कि धाम का शिलान्यास करेंगे. कल्कि धाम का निर्माण गुलाबी बलुआ पत्थर से किया गया है. इस भव्य मंदिर में 1 नहीं बल्कि 10 गर्भगृह होंगे, जिसमें भगवान विष्णु के 10 अवतारों की प्रतिमाएं विराजित होंगी.
कैसा होगा कल्कि अवतार का स्वरूप?
'अग्नि पुराण' के 16वें अध्याय में कल्कि अवतार का चित्रण तीर-कमान धारण किए हुए एक घुड़सवार के रूप में किया हैं. कल्कि भगवान देवदत्त नाम के एक सफेद घोड़े पर बैठकर आएंगे और पापियों का विनाश करेंगे. कल्कि अवतार 64 कलाओं से युक्त होगा.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)