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Guru Upay: ज्योतिष शास्त्र में कुंडली में मौजूद ग्रहों को विशेष महत्व बताया गया है. कहते हैं कि कुंडली में ग्रहों की स्थिति सही होने पर न्यक्ति को धन, समृद्धि, सफलता आदि चीजों की प्राप्ति होती है. लेकिन वहीं अगर कुंडली में ग्रहों की स्थिति कमजोर हो, तो राजा भी रंक बन जाता है. इसी तरह कुंडली में बृहस्पति या गुरु का स्थान भी खास महत्व रखता है. इसे बुद्धि का कारक माना जाता है.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गुरु ज्ञान और समझ को विकसित करने में सहायक होता है. गुरु व्यक्ति के जीवन में सफलता और सम्मान लेकर आता है. वहीं कमजोर गुरु व्यक्ति के जीवन में धन हानि, मानसिक कष्ट, शारीरिक कष्ट जैसी कई परेशानियां लेकर आता है. जानें गुरु के कमजोर होने के लक्षण और उपाय के बारे में.
गुरु कमजोर होने के लक्षण
- गुरु के कमजोर होने पर व्यक्ति के आत्मविश्वास में कमी रहती है. फैसले लेने में वह हिचकिचाता है.
- कमजोर गुरु के होने पर व्यक्ति को पैतृक संपत्ति का विवाद झेलना पड़ सकता है. उसके परिवार में विवाद बने रहते हैं.
- व्यक्ति की कुंडली में अगर गुरु कमजोर है तो उसके किसी भी काम को पूरा होने में बहुत समय लग जाता है.
- गुरु खराब स्थिति में हो तो धन हानि भी हो सकती है. ऐसा व्यक्ति पैसा होते हुए भी कर्जदार रहता है.
- गुरु खराब स्थिति में होने से व्यक्ति के पास सब कुछ होते हुए भी वह उस चीज का सुख नहीं भोग पाता.
- अगर गुरु का अशुभ प्रभाव हो तो व्यक्ति को संतान कष्ट भी झेलना पड़ता है. ऐसा व्यक्ति फजूलखर्ची अधिक करता है.
गुरु मजबूत करने के उपाय
- गुरु की स्थिति मजबूत करने के लिए हर गुरुवार भगवान विष्णु की पूजा और व्रत करना चाहिए. इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि इस दिन पीले रंग के कपड़े पहनें और पीले रंग की चीजें खाएं.
- गुरुवार के दिन पूजा के समय पीला चंदन, पीले अक्षत, पीले रंग के फूलों और भोग में पीली चीजों को अर्पण करें.
- गुरु की स्थिति मजबूत करने के लिए हर गुरुवार को पीली वस्तुओं का दान करना फलदायी होता है.
- आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है तो उसके लिए गुरुवार के दिन गोमती चक्र, कौड़ी या साबुत हल्दी में से किसी को अपने पास रखना चाहिए. इससे धन संबंधी परेशानिया दूर होगी.
- स्वास्थ्य की समस्याओं को दूर करने के लिए गुरुवार को केले के पेड़ की पूजा करनी चाहिए उसके बाद सत्यनारायण भगवान की कथा सुननी चाहिए.
- गुरु की स्थिति मजबूत करने के लिए गुरु मंत्र ‘ॐ बृं बृहस्पते नम:’ का कम से कम 108 बार जप करना फायदेमंद होता है.
- गुरु के दोष को दूर करने के लिए गुरुवार के दिन नहाने के पानी में हल्दी डालकर नहाएं.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)