Planets Position in Vehicle Purchase (पंडित शशिकांत त्रिपाठी): जिंदगी में हर कोई एक गाड़ी जरूर खरीदना चाहता है, जिससे वह कहीं आ-जा सके. हालांकि आप कौन सी गाड़ी खरीदेंगे, यह आप नहीं बल्कि ग्रहों की स्थिति तय करती है.
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Role of Planets Position in Vehicle Purchase: जीवन की मूलभूत आवश्यकताओं में अब वाहन की उपयोगिता काफी बढ़ गई है. आजकल वाहन शौक के साथ जरूरत भी हो गया है. देखा जाए तो वाहन की उपयोगिता पहले भी थी परन्तु वर्तमान में यह उपयोगिता अनिवार्य हो गई है. तेज रफ्तार से दौड़ती जिन्दगी में वाहन बहुत उपयोगी वस्तु है. आजकल हम लोग चर्चा करेंगे कि कौन सा ग्रह किस प्रकार के वाहन दिलाता है. कुंडली में वाहन संबंध कारक ग्रह जिस प्रकृति के होते हैं, वह उसी तरह का वाहन भी दिलाते है. आइए जानते हैं कि कौन सा ग्रह आपको किस तरह के वाहन दिलाने में मदद करते हैं.
सरकारी वाहन का सुख दिलाता है, सूर्य
कुंडली में अगर चौथे भाव के मालिक का संबंध सूर्य से बन जाए तो व्यक्ति को सरकारी गाड़ी मिलने की संभावना अधिक होती है. अगर व्यक्ति सरकार से संबंधित नहीं है तो वह ऐसे ब्रांड की गाड़ी खरीदता है, जिसका प्रयोग अधिकारी, मंत्री या दंडाधिकारी करते हैं. सूर्य ग्रह की वजह से जातक सफेद रंग का वाहन खरीदने में अति रुचि रखता है.
मजबूत और पुरुष वर्ग का वाहन दिलाता है, मंगल
कुंडली के चौथे भाव पर मंगल की दृष्टि या चतुर्थेश के मंगल के साथ होने पर व्यक्ति प्रभावशाली वाहन लेना ज्यादा पसंद करता है. जातक ऐसे वाहन खरीदता है, जिसका प्रयोग बाहुबली व्यक्ति अधिक करते हैं जो भारी, मजबूत और अधिक सीसी वाले होते हैं. चार पहिया वाहन में व्यक्ति जीप के आकार के वाहन, ऊंचे और चौड़े पहिये वाले वाहन अधिक पसंद करता है, वहीं दो पहिया में पावर बाइक लेता है. मंगल ऐसी गाड़ी खरीदवाता है, जिसको पुरुष वर्ग के द्वारा अधिक प्रयोग किया जाता है.
बाजार में परखा हुआ वाहन दिलाता है, गुरु
कुंडली के चौथे भाव पर गुरु की दृष्टि या चतुर्थेश के गुरु के साथ होने पर व्यक्ति बाजार में परखा हुआ वाहन ही खरीदता है. व्यक्ति नई लॉन्चिंग वाले वाहनों को खरीदने के बजाय ऐसा वाहन खरीदना पसंद करता है, जो मजबूत और ताकतवर हो. उसे हल्के वाहन बिल्कुल भी पसंद नहीं होते है. व्यक्ति आठ से दस सीटर वाहन खरीदना ज्यादा पसंद करता हैं क्योंकि गुरु भारी वाहन के कारक है.
भारी भरकम वाहन दिलाता है, शनि
शनि का संबंध चौथे भाव से संबंध होने पर व्यक्ति व्यावसायिक उद्देश्य को ध्यान में रखकर वाहन की खरीदारी करता है. जातक वाहन खरीदते समय अधिक से अधिक सवारी आने की व्यवस्था देखता है. भारी भरकम और बड़े मालवाहक वाहनों के कारक शनिदेव होते हैं. ट्रक, ट्रैक्टर, लॉरियां, जहाज आदि सभी शनि देव की कृपा से ही प्राप्त होते हैं.
तेज रफ्तार का वाहन दिलाता है, चंद्रमा
कुंडली में वाहन दिलाने वाली स्थिति और भाव का संबंध अगर चंद्रमा से होने पर व्यक्ति वाहन खरीदते समय जातक मजबूती से ज्यादा उसकी गति पर ध्यान देता है. पुरुष जातक अपनी पत्नी, बेटी बहन मां यानी घर की स्त्री को पसंद आने वाली गाड़ी खरीदता है. ऐसे वाहन चंद्रमा के कारकत्व में आते हैं. चंद्रमा जब भी वाहन दिलाता है तो वह बहुत चटक रंग खरीदने की इच्छा उत्पन्न नहीं करता है. वह क्रीम, सफेद, सिल्वर जैसे हल्के रंग ही खरीदने के लिए प्रेरित करता है.
स्पोर्ट्स लुक की गाड़ी दिलाता है, बुध
कुंडली के चौथे भाव पर बुध की दृष्टि या चतुर्थेश के बुध के साथ होने पर व्यक्ति स्पोर्ट्स वाहन खरीदने में रुचि रखता है. बुध ग्रहों में राजकुमार है इसलिए यह यूथ को पसंद आने वाली गाड़ी खरीदवाते है. जातक तेज गति के साथ-साथ लुक पर भी ध्यान देता है, जातक अगर साधारण गाड़ी भी लेता है, तो बाद में उसका लुक स्पोर्टी करवा लेता है.
सुरक्षात्मक और अत्याधुनिक वाहन दिलाता है, शुक्र
अत्याधुनिक तकनीक पर आधारित, सुख-सुविधाओं से युक्त वाहन दिलाने वाला होता है, शुक्र. शुक्र प्रधान व्यक्ति वाहन खरीदते समय सुख-सुविधा, ए.सी म्यूजिक सिस्टम एवं अन्य सुविधाओं ध्यान देता है. शुक्र की वजह से ही व्यक्ति महंगी से महंगी गाड़ी खरीदता है. शुक्र कारकत्व में सुरक्षा के अत्याधुनिक तरीके वाले वाहन भी शामिल होते है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)