सुप्रीम कोर्ट ने 11 दिसंबर को अनुच्छेद 370 को लेकर एक अहम फैसला सुनाया है. कोर्ट ने कहा है कि अनुच्छेद 370 एक अस्थाई प्रवाधान था. इसके साथ ही शीर्ष कोर्ट ने धारा 370 हटाने के फैसले को पूरी तरह से वैधानिक बताया है. कोर्ट के इस फैसले पर सुरक्षा बलों से जुड़े कई बड़े अधिकारियों के बयान आए हैं और धारा 370 को लेकर उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
इंडियन आर्मी चीफ रहे वेद मलिक ने अनुच्छेद 370 पर कहा कि वो इसके अंत से खुशी हैं. लोगों के स्वार्थ के चलते अक्सर अनुच्छेद 370 को गलत तरीके से एक्सप्लेन किया गया. इसकी वजह से यह भारत के राष्ट्रीय हित और सुरक्षा में रुकावट बन गया था.
लेफ्टिनेंट जनरल कंवल जीत सिंह ढिल्लों ने अपनी किताब के पन्नों को साझा करते हुए लिखा कि अनुच्छेद 370 और 35ए को जाना ही था और इसे ‘कितने गाजी आए, कितने गाजी गए’ में बहुत पहले ही लिख दिया गया था.
अनुच्छेद 370 के हटने और सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर ब्रजेश कुमार ने कहा कि कश्मीर मुद्दे पर सर्वोच्च न्यायालय द्वारा मुहर लगा दी गई. यह फैसला पाकिस्तानियों से निपटने के तरीके और भविष्य की कार्रवाई पर काफी असर दिखाएगी. यह एक अच्छा चेंज है.
मेजर पवन कुमार ने संस्कृत का मशहूर श्लोक लिखा-
सत्यमेव जयते नानृतं सत्येन पन्था विततो देवयानः। येनाक्रमंत्यृषयो ह्याप्तकामो यत्र तत्सत्यस्य परमं निधानम्॥
इस श्लोक का मूल मतलब है कि सत्य की जीत हो न की असत्य की.
ब्रिगेडियर जय कौल ने कहा कि शीर्ष अदालत का फैसला ऐतिहासिक है. सभी विवादों पर विराम लग गया. यह खराब व्यवस्था 70 सालों से चली आ रही है. ब्रिगेडियर जय कौल ने आगे केंद्र सरकार की इस पहल को साहसिक बताया है.
कर्नल एस डिनी ने एक पोस्ट साझा करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर की भारत संग सभ्यतागत एकता है. इस ऐतिहासिक फैसले से भारत के साथ जम्मू-कश्मीर का संवैधानिक एकीकरण अब पूरा हो गया है.
ट्रेन्डिंग फोटोज़