What Is Liver Cirrhosis: लिवर सिरोसिस को साइलेंट किलर माना जाता है. वजह है इस बीमारी का बिना किसी विशेष लक्षण धीरे-धीरे बढ़ना, जिसके कारण इसे शुरुआती स्टेज पर पहचान पाना लगभग नामुमकिन होता है.ऐसे में आपको शरीर में किन बदलावों पर नजर रखना है, यहां जान लीजिए. क्योंकि इस बीमारी को पहचानने में देरी लिवर को पूरी तरह से सड़ा देती है.
सिरोसिस तब होता है जब लिवर लगातार डैमेज हो रहा होता है. वैसे तो लिवर सेल्फ रिपेयरिंग करने में सक्षम है, लेकिन जब बार-बार चोट पहुंचती है तो ऐसे में नयी सेल्स नहीं बन पाती है. इससे लिवर बीमारियों से घिर जाता है और सड़ने लगता है.
भूख न लगना वजन कम होना थकान और कमजोरी पेट में दर्द या बेचैनी पैरों या पेट में सूजन त्वचा और आंखों का पीला पड़ना त्वचा में खुजली गहरे रंग का पेशाब हल्के रंग का मल
लगातार और अधिक मात्रा में शराब का सेवन लिवर की कोशिकाओं को सीधे नुकसान पहुंचाता है, जिससे सूजन होता है. हेपेटाइटिस बी वायरल इंफेक्शन होने पर यदि वक्त पर इलाज न किया जाए तो इससे सिरोसिस का रिस्क बढ़ जाता है. गलत खानपान के कारण यह बीमारी मोटापे और डायबिटीज वाले व्यक्तियों को सिरोसिस का खतरा ज्यादा हो सकता है. इसके अलावा ऑटोइम्यून हेपेटाइटिस में शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली गलत तरीके से लिवर की कोशिकाओं पर हमला करती है, जिससे सिरोसिस का खतरा रहता है.
सिरोसिस का इलाज इसकी गंभीरता और इसके कारण पर निर्भर करता है. ऐसे में इस कंडीशन को ठीक करने के लिए शराब के सेवन को पूरी तरह से बंद करना, हेपेटाइटिस के लिए एंटीवायरस, और हेल्दी लाइफस्टाइल के साथ बैलेंस्ड डाइट लेना जरूरी होता है.
सिरोसिस से बचने के लिए जोखिम कारकों से दूर रहना जरूरी है. इसमें शराब का सेवन सीमित करना, हेपेटाइटिस के खिलाफ टीका लगवाना, वेट कंट्रोल करना, और लिवर की रेगुलर स्क्रीनिंग करवाना शामिल है. Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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