Poonch Terrorist Attack Jammu Kashmir: जम्मू-कश्मीर के पुंछ में एयरफोर्स के काफिले पर शनिवार शाम को हमला हुआ था. इस आतंकी हमले में एक जवान शहीद हो गया है, जबकि चार जवान घायल हो गए. उनका इलाज जारी है. आतंकवादियों ने कायराना हमला सुरनकोट के सनाई गांव में किया. इसके बाद से लगातार भारतीय सेना, सुरक्षाबल और जम्मू-कश्मीर पुलिस का सर्च ऑपरेशन जारी है. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि कहीं पाकिस्तानी साजिश के तहत हुआ ये हमला 2019 में हुए पुलवामा हमले को दोहराने की साजिश तो नहीं था. क्योंकि उस समय भारत को बहुत बड़ा नुकसान हुआ था. फिलहाल घटनास्थल पर इंडियन एयरफोर्स के गरुड़ स्पेशल फोर्स की भी तैनाती हुई है.
शनिवार की शाम पुंछ जिले के सुरनकोट इलाके में भारतीय वायु सेना के काफिले पर आतंकवादियों ने घात लगाकर हमला किया. इस दौरान एयरफोर्स के काफिले पर भारी गोलीबारी की गई. सेना के जिस वाहन पर हमला हुआ उसमें सवार घायल जवानों को सेना के बेस अस्पताल ले जाया गया. हमले का इनपुट मिलते ही सेना की एक टुकड़ी और जम्मू-कश्मीर पुलिस और अन्य सुरक्षा बल मौके पर पहुंचे. आतंकवादी हमलावरों को पकड़ने के लिए सुरक्षाबलों ने इलाके में घेराबंदी और तलाशी अभियान चलाया है. सर्च जारी है. शुरुआती रिपोर्टों से पता चलता है कि इस हमले में दो आतंकी शामिल थे.
इस साल 2024 में जम्मू-कश्मीर में हुआ यह पहला बड़ा हमला है. जबकि पिछले साल पुंछ और राजौरी में कई हमले हुए थे. तब से सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर है. और हर बड़े आतंकी हमले को रोका गया है. फिलहाल पूरा पूंछ जिला हाई अलर्ट पर रखा गया है. यह हमला शाह सत्तर वन्य क्षेत्र में हुआ. जो घने पेड़ों से घिरा हुआ है और सीमावर्ती पूंछ जिले के सुरनकोट के सनाई टाप और मेंढर के गुरसाई इलाके के बीच आता है.
इस साल पुंछ में सशस्त्रबलों पर हुआ ये पहला बड़ा हमला है, जिसने पिछले साल सेना पर कई आतंकी हमले नाकाम किए थे. ज़ी न्यूज़ संवाददाता ने हमले वाली जगह का जायजा लिया. मौका एक वारदात से मिली तस्वीरों में गाड़ी की विंडस्क्रीन पर कम से कम एक दर्जन गोलियों के निशान दिख रहे हैं. एक बयान में, भारतीय वायु सेना ने कहा, 'आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में, वायु सैनिकों ने जवाबी फायरिंग की. इस दौरान हमारे पांच जवानों को गोली लगी. स्थानीय सुरक्षाबलों द्वारा आगे की कार्रवाई जारी है.'
सूत्रों ने बताया कि आतंकवादियों की आवाजाही की खबरों के बाद पिछले कुछ दिनों से मेंढर और उससे सटे सुरनकोट के बीच के इलाके में तलाशी अभियान चल रहा था. तलाशी अभियान के दौरान आतंकवादियों ने वायु सेना कर्मियों को ले जा रहे एक वाहन पर गोलीबारी की. हमले की सूचना मिलते ही पुलिस और सुरक्षाबलों की अतिरिक्त टुकड़ियां इलाके में पहुंच गईं. स्थानीय राष्ट्रीय राइफल्स इकाई ने अपराधियों को पकड़ने के लिए घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया है. सूत्रों ने बताया कि इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और तलाशी जारी है.
पिछले 12 दिनों में राजौरी और पूंछ जिलों में फैले पीर पंजाल क्षेत्र में यह दूसरा आतंकवादी हमला है. 22 अप्रैल को थानामंडी के शाहदरा शरीफ इलाके के पास अज्ञात आतंकवादियों ने 40 वर्षीय एक सरकारी कर्मचारी पर गोलीबारी की थी. जिसमें उसकी मौत हो गई थी. मृतक की पहचान कुंडा टाप के मुहम्मद रजीक के रूप में हुई है और उसका भाई प्रादेशिक सेना में सिपाही था. इससे पहले 21 दिसंबर को पूंछ में देहरा की गली और बुफलियाज के बीच मुगल रोड पर हुए आतंकी हमले में चार जवान शहीद हो गए थे.
आगामी संसदीय चुनावों के मद्देनजर सुरक्षाबलों और पुलिस ने आतंकवादियों और उनके समर्थकों को खदेड़ने के लिए पहले ही बड़े पैमाने पर घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू कर दिया है. शाहदरा शरीफ हमले से कुछ दिन पहले, पुलिस और सुरक्षाबलों ने एक संयुक्त अभियान में पुंछ के हरि बुद्ध इलाके से एक स्कूल के प्रधानाध्यापक को गिरफ्तार किया था. उसके घर से एक पाकिस्तानी पिस्तौल, गोला-बारूद और दो चीनी ग्रेनेड जब्त किए थे. पूंछ अनंतनाग-राजौरी संसदीय क्षेत्र का हिस्सा है, जहां 25 मई को छठे चरण में मतदान होना है. इस बीच, 28 अप्रैल को बसंतघर में एक अज्ञात आतंकवादी द्वारा ग्राम सुरक्षा गार्ड की हत्या के बाद कठुआ, डोडा, उधमपुर और किश्तवाड़ में सुरक्षा और तलाशी तेज कर दी गई है.
इस हमले ने पुलवामा हमले की साजिश की याद दिला दी है. 14 फरवरी 2019 को जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकी ने पुलवामा में CPRF के काफिले में विस्फोटक लेकर जा रहे एक वाहन को टक्कर मार दी थी. इस हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे. ये हमला दोपहर करीब 3:00 बजे हुआ था. हालांकि भारत ने इस हमले का बदला दो हफ्ते के भीतर ही ले लिया था.
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