Sugar Substitutes: हम में ज्यादातर लोगों को मीठा खाना काफी पसंद आता है. मिठाई, आइसक्रीम, कैंडी, चॉकलेट और हलवा जैसी चीजें हर किसी को अपने तरफ अट्रैक्ट करती हैं, लेकिन इनका ज्यादा सेवन सेहत को नुकसान पहुंचाता है, क्योंकि इनके मेन इनग्रेडिएंट्स रिफाइंड शुगर होते हैं, जिसे टेबल शुगर या सफेद चीनी भी कहा जाता है. ज्यादा शुगर खाने से डायबिटीज, मोटापा, हाई कोलेस्ट्रॉल, हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट अटैक जैसी परेशानियां पैदा हो सकती हैं. अगर आप मीठा खाना छोड़ नहीं पा रहे हैं, तो सफेद चीनी को कई हेल्दी ऑप्शंस से रिप्लेस कर सकते हैं. इससे आपकी सेहत नहीं बिगड़ेगी बल्कि शरीर को फायदा ही होगा.
मिश्री का कलर चीनी जैसा ही होता है, लेकिन इसकी बनावट उबड़ खाबड़ होती है, आप चीनी की जगह इस हेल्दी ऑप्शंस को चुन सकते हैं. इसमें कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन होता है, जो सेहत के लिए फायदेमंद है. इस बात का ख्याल रखें कि किराने की दुकान से कभी कटिंग या समूद दिखने वाली मिश्री न खरीदें, क्योंकि ये रिफाइन शुगर का ही बड़ी रूप होता है.
कोकोनट शुगर को कोकोनट पाम ट्री के जरिए हासिल किया जाता है, और इसकी ज्यादा रिफाइनिंग भी नहीं की जाती. ये पेट में आसानी से डाइजेस्ट हो जाता है. इसमें आयरन, कैल्शियम जैसे मिनरल्स पाए जाते हैं. साथ ही इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी कम होता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल ज्यादा नहीं बढ़ता. कोकोनट शुगर को आप दूध या बाकी चीजों में मिलाकर खा सकते हैं.
खजूर एक बेहद मीठा फल है इसी से डेट शुगर तैयार किया जाता है, ये काफी हेल्दी होता है और इसे घर में ही बना सकते हैं. इसके लिए आप सबसे पहले खजूर को भून लें और फिर मिक्सी में ग्राइंड कर लें.ये पाचन में मदद करता है और इसका सेवन करने से बैड कोलेस्ट्रॉल भी कम हो जाता है, क्योंकि खजूर में फाइबर, विटामिंस और मिनरल्स की कोई कमी नहीं होती.
शहद का स्वाद भले ही मीठा होता है, लेकिन ये मानव शरीर के लिए काफी फायदेमंद है, इसे शुगर के अल्टरनेटिव के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है, ये आसानी से डाइजेस्ट भी हो जाता है और खून में ग्लूकोज के लेवल को नहीं बढ़ाता. इसमें एंटी-ऑक्सिडेंट और एंटी-बैक्टीरियल प्रॉपर्टीज पाई जाती है. ये दिल के लिए फायदेमंद माना जाता है और ये फैट को बर्न करने में भी मदद करता है.
गुड़ को एक बेहद हेल्दी स्वीट फूड माना जाता है, इसका पाउडर और ढेले के तौर पर इस्तेमाल होता है. इसमें पोषक तत्वों की कोई कमी नहीं होती, इसलिए ये स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी है. ये नेचुरल ब्लड प्यूरीफायर के तौर पर काम करता है. इसके नियमित सेवन से मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है, लिवर को डिटॉक्स करने में मदद मिलती है, साथ ही कब्ज की परेशानी भी पेश नहीं आती.
स्टेविया को जीरो कैलोरी नेचुरल स्वीटनर कहा जाता है, इसे स्टेविया प्लांट के पत्तों से निकाला जाता है, आजकल ये काफी ज्यादा पॉपुलर हो रहा है, इसे मीठी तुलसी भी कहा जाता है, जिसकी मदद से कई आयुर्वेदिक औषधि तैयार की जाती है. ये टेबल शुगर के मुकाबले 25 गुणा मीठी हो सकती है. इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स जीरो होता है, इसलिए ये डायबिटीज के मरीजों के लिए बेहद फायदेमद है.
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