दुनिया में ऐसे कई क्रिकेटर हुए हैं जिनके मैदान पर उतरने से पहले गेंदबाज खास रणनीति बनाते थे. एक क्रिकेटर पाकिस्तान से भी ऐसा रहा जिसकी तुलना भारत के दिग्गज सौरव गांगुली से होती थी. हालांकि बाद में उसने क्रिकेट छोड़कर इस्लाम का प्रचार शुरू कर दिया और धार्मिक प्रवचन देने लगे.
पाकिस्तान के दिग्गज सईद अनवर (Saeed Anwar) का नाम क्रिकेट की दुनिया में काफी सम्मान से लिया जाता है. अकेले दम पर अपने करियर में पाकिस्तान को कई मैचों में जीत दिलाने वाले सईद अनवर के परिजन तेहरान से ताल्लुक रखते थे लेकिन बाद में पाकिस्तान में आकर बस गए थे.
सईद अनवर को वनडे फॉर्मेट का दिग्गज माना जाता है. वनडे इतिहास में 12 साल तक सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर का रिकॉर्ड सईद के नाम दर्ज रहा. उन्होंने साल 1989 में अंतरराष्ट्रीय पदार्पण किया और 2003 में करियर का आखिरी मैच खेला. उन्होंने वनडे में 20 शतक ठोके.
सईद अनवर ने साल 1997 में अपने करियर की यादगार पारी खेली. उन्होंने चेन्नई में भारत के खिलाफ 194 रन बना दिए जिसे आज भी याद किया जाता है. पाकिस्तान के इस ओपनर ने ने तब वनडे की सबसे बड़ी पारी खेली. साल 2009 में जिम्बाब्वे के चार्ल्स कोवेंट्री ने नाबाद 194 रनों की पारी खेलकर इस आंकड़े की बराबरी की. साल 2000 में महान सचिन तेंदुलकर ने नाबाद 200 रन बनाते हुए सबका रिकॉर्ड तोड़ दिया.
सईद ने साल 2003 में खेले गए वर्ल्ड कप में भारत के खिलाफ शतक जमाया, लेकिन पाकिस्तान को उस मैच में शिकस्त झेलनी पड़ी. अपनी बेटी के असमय मौत से उन्हें गहरा आघात लगा और वह पूरी तरह टूट गए. उन्होंने क्रिकेट छोड़ने तक का मन बना लिया. सईद का झुकाव तब इस्लाम की ओर हो गया. उन्होंने अपनी दाढ़ी बढ़ाई और तबलीगी जमात से भी जुड़ गए. इतना ही नहीं, उन्होंने धार्मिक प्रवचन देना भी शुरू कर दिया. वह इस्लाम के प्रचार-प्रसार में लग गए.
सईद अनवर की तुलना भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली से होती थी. सईद और गांगुली, दोनों ही तेजी से रन बटोरने की कोशिश में रहते थे.
सईद अनवर के करियर की बात करें तो उन्होंने 55 टेस्ट और 247 वनडे इंटरनेशनल मैच खेले. उनके नाम टेस्ट में 4052 और वनडे में 8824 रन हैं. टेस्ट में उन्होंने 11 शतक और 25 अर्धशतक जड़े. वनडे में उन्होंने 20 शतक और 43 अर्धशतक ठोके. फर्स्ट क्लास क्रिकेट करियर में उनके नाम 10169 रन दर्ज हैं.
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