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इंजीनियरिंग ग्रैजुएट से 20 लाख की ठगी, जॉब के चक्कर में अकाउंट हुआ खाली

Cyber Fraud: साइबर फ्रॉड का एक बड़ा मामला सामने आया है जिसमें, आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा का एक इंजीनियरिंग ग्रैजुएट, स्कैमर्स का शिकार हो गया और 20 लाख रुपये खो दिए. पीड़ित इंजीनियरिंग डिग्री पूरी करने के बाद नौकरी की तलाश कर रहा था, अपनी नौकरी की तलाश के दौरान, वह एक टेलीग्राम ग्रुप में शामिल हो गया जिसने उसे कनेक्शन के माध्यम से नौकरी दिलाने में मदद करने का वादा किया था. इसी के झांसे में आकर ये शख्स फंसता चला गया और अपने 20 लाख रुपये गंवा बैठा.

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गौरतलब है कि नौकरी घोटाले कोई नई बात नहीं हैं. पिछले कुछ महीनों में कई नौकरी चाहने वालों ने धोखेबाजों के झांसे में आकर अपना पैसा खो दिया है. ऐसे में आप किसी भी तरह अगर ऐसे ग्रुप्स के संपर्क में आते हैं तो आपको इनपर भरोसा नहीं करना चाहिए क्योंकि ये आपको मोटी चपत लगा सकते हैं. 

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पुलिस ने खुलासा किया, "उनकी बातों पर भरोसा करते हुए, पीड़ित ने जुलाई और अगस्त में चरणबद्ध तरीके से उन्हें राशि जमा कर दी. पीड़ित को एहसास हुआ कि उसे धोखेबाजों ने धोखा दिया है, जब उसने बेंगलुरु में एलटीआई माइंडट्री से संपर्क किया और नियुक्ति पत्र मांगा."

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जब उन्होंने अपना नियुक्ति पत्र लेने के लिए एलटीआई माइंडट्री से संपर्क किया, तो उन्हें एहसास हुआ कि उनके साथ धोखा हुआ है. बाद में उन्होंने पुलिस को घटना की सूचना दी और एफआईआर दर्ज कराई. 

 

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एक दिन, समूह में पोस्ट स्क्रॉल करते समय, हर्षवर्द्धन ने नौकरी बांटने वाले से संपर्क किया. बातचीत के दौरान, घोटालेबाज ने उन्हें 20 लाख रुपये के शुल्क पर बेंगलुरु में एलटीआई माइंडट्री लिमिटेड में नौकरी देने की पेशकश की. नौकरी पाने के लिए उत्सुक, हर्षवर्द्धन ने जुलाई और अगस्त की शुरुआत में चरणबद्ध तरीके से पैसे जमा किए.

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पीड़ित की पहचान विजयवाड़ा के हर्षवर्धन के तौर पर हुई है जिसने अपने मित्र कृष्ण चैतन्य रेड्डी की सिफारिश पर "डेवलपर प्रोफेशनल्स" नामक एक टेलीग्राम समूह में शामिल होने का फैसला किया. समूह ने कथित तौर पर रोजगार की तलाश में युवाओं को सॉफ्टवेयर नौकरियां प्रदान करने का दावा करता था. 

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