Muslim Population In India: भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मुस्लिम आबादी वाला मुल्क है. यह तो शायद आपको पता हो, लेकिन अगर हम आपसे कहे कि भारत में अधिकतर मुस्लिम किस राज्य में हैं तो आप आबादी के हिसाब से बता देंगे कि जिस प्रदेश में जितनी आबादी, वहां उतने अधिक मुस्लिम, लेकिन अगर हम आपसे कहे कि भारत में एक ऐसा राज्य है जहां पर हर 100 में 97 मुस्लिम हैं तो आप सोच में पड़ जाएंगे, तो आइए जानते है उस राज्य के बारे में, जहां सबसे अधिक मुस्लिम आबादी का है प्रतिशत. सबसे रोचक बात, कभी यहां हिंदुओं और बौद्धओं का जलवा होता था. समझते हैं आखिर कैसे कम हो गई हिंदुओं की इतनी संख्या.
देश में आबादी के हिसाब से सबसे बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश है. इस प्रदेश की कुल आबादी 25 करोड़ से अधिक है. 2011 में जनगणना के हिसाब से इस प्रदेश की आबादी करीब 20 करोड़ थी. उस समय 20 करोड़ में 3.84 करोड़ मुस्लिम लोग थे. यानी कुल आबादी में 19.26 फीसदी. मुस्लिम आबादी की संख्या के हिसाब से यह देश का सबसे बड़ा राज्य है. लेकिन सबसे अधिक प्रतिशत मुस्लिम का कहां है? यह जानते हैं.
इसके लिए आपको एक घटना की याद दिलाते हैं, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे और पड़ोसी देश मालदीव के मंत्रियों की अपमानजनक टिप्पणियों के बाद सोशल मीडिया पर केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप और उसकी खूबसूरती की चर्चा होने लगी थी, पीएम मोदी के लक्षद्वीप दौरे और वहां पर्यटन को बढ़ावा देने वाले सोशल मीडिया पोस्ट ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मालदीव के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी थी, इससे मालदीव के मंत्री नाराज हो गए थे और उन्होंने भारत के खिलाफ बेबुनियाद बयान दिए थे, जिससे उन्हें अपने पदों से निलंबित कर दिया गया था. आपको इस घटना की याद है? नहीं तो कोई बात नहीं.
हम आपको बिना देर किए बता दें कि भारत में सबसे अधिक मुस्लिम इसी लक्षद्वीप में रहते हैं. लक्षद्वीप अपनी खूबसूरती के साथ इस बात के लिए भी जाना जाता है कि यहां की 97 फीसदी आबादी मुस्लिम है. इतिहास के पन्ने पलटेंगे तो पाएंगे कि यह बौद्ध और हिन्दू बाहुल्य क्षेत्र था. इस द्वीप को राजा चेरामन पेरुमल को इसे बसाने का श्रेय जाता है. लेकिन समय के साथ यहां इस्लाम का ऐसा प्रचार-प्रसार हुआ कि यह मुस्लिम बाहुल बन गया.
लक्षद्वीप में इस्लाम की शुरुआत 631 ई. में एक अरब सूफी उबैदुल्लाह ने की थी. सरकारी दस्तावेज़ों के अनुसार लक्षद्वीप में इस्लाम का आगमन 7वीं शताब्दी ई. में वर्ष 41 हिजरी के आसपास हुआ था. अमिनी, कल्पेनी एंड्रोट, कवरत्ती और अगत्ती इस द्वीपसमूह के सबसे पुराने बसे हुए द्वीप हैं जिन्हें राजा चेरामन पेरुमल ने बसाया था.
राजा चेरामन पेरुमल ने इस्लाम धर्म अपना लिया था क्योंकि अरबों के साथ संपर्क और व्यापार के कारण कहीं न कहीं उनका प्रभाव भी इस द्वीप पर था. जनसंख्या गणना 2011 के आंकड़े इसकी पुष्टि करते हैं, लेकिन इतिहास के पन्ने पलटेंगे तो पाएंगे कि यह बौद्ध और हिन्दू बाहुल्य क्षेत्र था. लक्षद्वीप की आधिकारिक वेबसाइट कहती है, अरब के कुछ व्यापारियों के इशारे पर इस्लाम का धर्मांतरण करने के बाद वो राजधानी क्रैंगानेार से निकल पड़े. फिर उनकी खोज शुरू हुई.
अब यहां करीब 2.77 % हिंदू हैं. लक्ष्यदीप अब भारतीयों का पसंदीदा पर्यटन स्थल है, जिसे देखने के लिए सिर्फ भारतीय ही नहीं, पड़ोसी देशों के पर्यटक भी यहां पहुंचते हैं. पीएम मोदी की यात्रा के बाद फिर यह चर्चा में आ गया था. यहां पर तीन मुख्य भाषाएं हैं मलयालम, जजारी और महल. लक्षद्वीप के लोग मप्पिलाओं की तुलना में अरबी के मिश्रण वाली मलयालम बोलते हैं. वे मलयाली लिपि की जगह अरबी में मलयालम लिखते हैं. पीएम मोदी ने लक्षद्वीप जाकर कहा था कि आकार में भले यह छोटा है लेकिन, इसका दिल बड़ा है. प्रतिशत के हिसाब से कश्मीर,असम, पश्चिम बंगाल, केरल, उत्तर प्रदेश में बिहार में अधिकतर मुस्लिम हैं.
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