Gemstone: ज्योतिष शास्त्र की तरह रत्न शास्त्र का भी अपना महत्व है. रत्न शास्त्र में विभिन्न रत्नों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है. हर रत्न का संबंध किसी न किसी ग्रह से होता है. ऐसे में किसी जातक की कुंडली में अगर कोई ग्रह कमजोर स्थिति में हो तो उसे संबंधित रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है. हालांकि, रत्नों को बिना किसी सलाह के नहीं पहनना चाहिए, वरना फायदे की जगह नुकसान उठाना पड़ सकता है. आज ऐसे ही कुछ रत्नों के बारे में जानकारी देंगे, जिन्हें काफी चमत्कारी माना जाता है.
नीलम रत्न का संबंध शनि ग्रह से माना जाता है. इस रत्न को काफी ताकतवार और चमत्कारी माना जाता है. अगर ये रत्न किसी को सूट कर जाता है तो रंक से राजा बनाने में देर नहीं लगती. नीलम धारण करने के दो से तीन दिन बाद ही प्रभाव दिखाने लगता है.
ये रत्न बृहस्पति ग्रह का रत्न है. ये 15 दिनों बाद व्यक्ति पर अपना असर दिखाने लगता है. पुखराज मिथुन, कन्या और वृषभ राशि वालों के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है.
रत्न ज्योतिष के अनुसार मंगल ग्रह की शांति के लिए मूंगा रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है. मूंगा 21 दिनों से लेकर 1 माह के बीच में असर दिखाता है. मंगल के दुष्प्रभावों को दूर करने के लिए मूंगा धारण किया जाता है.
मोती रत्न को चंद्र ग्रह की शांति के लिए धारण किया जाता है. मोती धारण करने के कम से कम 1 हफ्ते के अंदर ये व्यक्ति को असर दिखाने लगता है. मेष, कर्क, तुला और मीन राशि वालों को धारण करना शुभ फलदायी रहता है. मोती पहनने से पहले इसे रातभर दूध में रखना शुभ माना जाता है.
बुध ग्रह पन्ना रत्न का प्रतिनिधित्व करता है. अगर पन्ना को सही तरह से धारण किया जाए तो 7 दिन बाद इसका शुभ प्रभाव दिखने लगता है. पन्ना रत्न मिथुन और कन्या राशि के जातकों के लिए उत्तम माना गया है.
शुक्र ग्रह को मजबूत करने और शुभ प्रभावों के लिए हीरा रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है. इस रत्न को धारण करने के 22 दिनों के बाद से ये प्रभाव दिखाना शुरू करता है. हीरा रत्न वृषभ, मिथुन, तुला, कन्या और मकर राशि वालों के लिए शुभ माना जाता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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