King Cobra Snake: किंग कोबरा दुनिया के सबसे लंबे जहरीले सांप हैं. ये 10-12 फीट से लेकर 18 फीट तक लंबे हो सकते हैं. ये कोई एक प्रजाति नहीं, वास्तव में चार अलग-अलग प्रजातियां हैं. एक नई स्टडी में, वैज्ञानिकों ने इसकी पुष्टि की है. 188 साल तक, किंग कोबरा (नागराज) को एक ही प्रजाति Ophiophagus hannah बताया जाता रहा. जबकि अलग-अलग क्षेत्रों में किंग कोबरा के रंग और अन्य शारीरिक बनावट में काफी अंतर है. 2021 में, वैज्ञानिकों ने किंग कोबरा की आबादी में जेनेटिक भिन्नता की पुष्टि की. अब उन्होंने किंग कोबरा की चार अलग-अलग प्रजातियों का पता लगाया है. उनकी यह स्टडी European Journal of Taxonomy में छपी है.
वैज्ञानिकों ने किंग कोबरा की चार अलग-अलग प्रजातियों की पहचान की है: नॉर्दर्न किंग कोबरा (O. hannah), सुंदा किंग कोबरा (Ophiophagus bungarus), वेस्टर्न घाट किंग कोबरा (Ophiophagus kaalinga) और लूजॉन किंग कोबरा (Ophiophagus salvatana). स्टडी के ऑथर और कलिंग सेंटर फॉर रेनफॉरेस्ट इकॉलजी के डायरक्टर, गौरी शंकर पोगिरी ने 'मोंगाबे' से कहा, 'मुझे लगता है कि हमने इतिहास रच दिया है.'
किंग कोबरा उत्तरी भारत से लेकर दक्षिणी चीन और पूरे दक्षिण-पूर्व एशिया में पाए जाते हैं. ये खुले जंगलों और घने मैंग्रोव दलदलों सहित आर्द्र वातावरण में रहते हैं. इन क्षेत्रों में, उनके शरीर का रंग, पैटर्न और आकार अलग-अलग होता है.
रिसर्च के मुताबिक, उत्तरी किंग कोबरा उप-हिमालय, पूर्वी भारत, म्यांमार में खूब पाया जाता है. इसका प्रसार दक्षिण की ओर प्रायद्वीपीय थाईलैंड के सबसे संकरे हिस्से तक है. वयस्क उत्तरी किंग कोबरा में गहरे किनारों वाली पीली धारियां होती हैं और 18 से 21 दांत होते हैं.
सुंदा किंग कोबरा मलय प्रायद्वीप और ग्रेटर सुंदा के द्वीपों में रहता है. इस प्रजाति के वयस्क किंग कोबरा आमतौर पर बिना धारियों वाले होते हैं या गहरे किनारों के साथ पतली, हल्के रंग की धारियां होती हैं.
वेस्टर्न घाट किंग कोबरा भारतीय प्रायद्वीप के पश्चिमी घाट में मिलते हैं. यह प्रजाति सुंदा किंग कोबरा से इस मायने में अलग है कि इसके शरीर पर पीली पट्टियों के आसपास गहरे रंग के किनारे नहीं होते.
वेस्टर्न घाट किंग कोबरा की तरह, लूज़ोन किंग कोबरा भी उत्तरी फिलीपींस के एक द्वीप लूज़ोन तक सीमित है. अन्य तीन प्रजातियों की तुलना में इसके शरीर पर बेहद कोणीय पीली धारियां होती हैं.
किंग कोबरा की सभी प्रजातियां जहरीली होती हैं. इनकी गिनती दुनिया के सबसे विषैले सांपों में होती है. सभी तरह के किंग कोबरा एक ही बार में जहर की तगड़ी खुराक छोड़ते हैं. अगर किंग कोबरा किसी व्यक्ति को डस ले तो सिर्फ 15 मिनट के भीतर मौत हो सकती है.
नई स्टडी में कहा गया है कि प्रजातियों की पहचान अपने-अपने इलाकों में किंग कोबरा के काटने से बचाव के लिए बेहतर एंटीवेनम विकसित करने की दिशा में पहला कदम हो सकता है. स्टडी के लेखक को लगता है कि शायद छोटे-छोटे द्वीपों पर किंग कोबरा की और प्रजातियां मौजूद हो सकती हैं, जिन्हें अभी तक खोजा नहीं जा सका है.
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