Jacuzzi Of Death: गल्फ ऑफ मेक्सिको के बीचोंबीच एक पानी का छोटा सा पूल बना हुआ है. इसे 'जकूजी ऑफ डेथ' बोला जाता है. कहा जाता है कि इसका पानी अपने भीतर आने वाले समुद्री जीवों को चीरकर रख देता है.
'जकूजी ऑफ डेथ' गल्फ ऑफ मेक्सिको के बिल्कुल 3,000 फीट नीचे 100 फुट चौड़ा एक छोटा सा इलाका है. पानी से भरे इस इलाके में किसी भी जीव-जंतुओं के लिए बच पाना बेहद मुश्किल है. यहां का खारा पानी दूसरे समुद्र के पानी के साथ बिल्कुल नहीं मिक्स हो सकता है.
'ओशियनोग्राफी' की एक रिपोर्ट के मुताबिक यह डेथ पूल एक आम समुद्र के मुकाबले 4 गुना अधिक खारा है. इसका पानी इतना खतरनाक है कि इसके कॉन्टेक्ट में आते ही यह मछली और केकड़े जैसे समुद्री जीवों के शरीर को चीर देता है. इसके संपर्क में आने से हर जीव की मृत्यु हो जाती है.
गल्फ ऑफ मेक्सिको के इस खतरनाके इलाके की पहचान वैज्ञानिकों ने साल 2015 में की थी. उस वक्त पाया गया था कि इस इलाके में आने वाले किसी भी समुद्री जीव को दोबारा नहीं देखा जा सकता है, हालांकि एकमात्र सीप ही इस खतरनाक पानी में जीवित रह सकता है.
साल 2015 में शोधकर्ताओं ने गल्फ ऑफ मेक्सिको में खोज के दौरान पानी के बीच टब जैसा पानी का एक क्षेत्र देखा. यहां का पानी समुद्र के बाकी इलाकों के मुकाबले काफी गर्म था. इस पूल में कई सारे मरे हुए समुद्री जीव भी पाए गए थे.
पूल के 3,000 फीट नीचे होने के कारण यहां काफी सारा नमक इकट्ठा होता है, जिससे हाइड्रोकार्बन के बुलबुले उठने लगते हैं. वहीं इसके नमक में हाइड्रोडन सल्फेट की काफी मात्रा होती है, जिसे सिर्फ समुद्री सीप ही झेल सकते हैं.
गल्फ ऑफ मेक्सीको के जकूजी ऑफ डेथ में ऑक्सीजन की काफी कमी होती है. इसे हाइपोक्सिया कहा जाता है. यह जल में रहने वाले जीवों के लिए बेहद खतरनाक होता है. जकूजी ऑफ डेथ के कारण समुद्र में रहने वाले जीवों के लिए आए दिन खतरा बढ़ रहा है.
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