Falgun Sankashti Chaturthi 2024: फाल्गुन महीने का संकष्टी चतुर्थी व्रत 28 फरवरी, बुधवार को रखा जाएगा. इसे द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी व्रत भी कहते हैं. गणेश जी को समर्पित बुधवार के दिन और चतुर्थी तिथि का एकसाथ पड़ना गणपति बप्पा को प्रसन्न करने का सुनहरा मौका है. इसके लिए संकष्टी चतुर्थी पर उपाय करना लाभदायी हो सकता है.
मनोकामना पूर्ति के लिए संकष्टी चतुर्थी को गणपति बप्पा की पूजा करें. साथ ही विघ्नहर्ता गणेश की पूजा करना जीवन से सारे दुख, संकट, रोग दूर कर देता है. घर में सुख-समृद्धि आती है. द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी इसके लिए विशेष है.
यदि करियर संबंधी बाधाएं झेल रहे हैं या नौकरी-व्यापार में तरक्की पाना चाहते हैं तो द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी के दिन भगवान गणेश को लाल चंदन, लाल फूल, दूर्वा, मोदक, पान, सुपारी चढ़ाएं और फिर अथर्वशीर्ष का पाठ करें.
आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए संकष्टी चतुर्थी के तीन भगवान गणेश के सामने 3 बत्तियों वाला दीपक लगाएं. फिर 'ऊं गं गौं गणपते विघ्न विनाशिने स्वाहा' मंत्र का 21 माला जाप करें. ऐसा करने से धन की आवक बढ़ेगी.
यह उपाय बच्चों, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर जातकों के लिए अच्छा फल दे सकता है. वे मेहनत करने के साथ-साथ संकष्टी चतुर्थी के दिन विधि-विधान से गणेश रुद्राक्ष धारण करें, इससे उनकी एकाग्रता बढ़ेगी. कुंडली में बुध ग्रह मजबूत होकर अच्छा करियर और बौद्धिक क्षमता देगा.
कुंडली के ग्रह दोषों के कारण करियर, धन की प्राप्ति आदि में बाधा आ रही हो या अन्य कोई कष्ट हो तो संकष्टी चतुर्थी के दिन गौमाता को हरा चारा खिलाएं. ये उपाय हर चतुर्थी को करें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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