Russia Vs Nato: यूक्रेन युद्ध के बीच जर्मनी में अमेरिकी मिसाइल तैनाती को लेकर रूस-नाटो के बीच सैन्य तनाव बढ़ गया है. जैसे ही ब्लैक सी में नाटो के विध्वंसक युद्धपोत तैनात हुए तो भड़के क्रेमलिन ने चुनौती देते हुए उसके अधिकार क्षेत्र का उल्लंघन करने वालों को चेतावनी दी है. 'सैन्य प्रतिक्रिया' को लेकर क्या कुछ कहा रूस ने आइए बताते हैं.
काला सागर में नाटो फौजों के युद्धपोतों की तैनाती से तनाव बढ़ गया है. इस पर क्रेमलिन यानी रूस की प्रतिक्रिया आई है.
काला सागर में हालात तनावपूर्ण है. रूस ने नाटो फौजों के युद्धपोतों की तैनाती को उकसावे वाली कार्रवाई बताया है.
रूस ने अपने सैनिकों को ब्लैक सी में अलर्ट रहने को कहा है.
क्रेमलिन ने इस एपिसोड पर बयान जारी किया है. उसने नाटो के युद्धपोतों की तैनाती को रूस के लिए खतरा बताया है.
रूस ने कहा है कि वो अपने हितों और सीमाओं की रक्षा के लिए सक्षम है. ऐसे में वो किसी भी उकसावे भरी कार्यवाई पर सोचसमझ कर जवाब देगा.
बीते दो सालों से रूस और नाटो के बीच ब्लैक सी में डॉग-फाइट चल रही है. आपको बताते चलें कि यहां युद्धअभ्यास के नाम पर हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं. यहां रूस अपने मित्र देशों के साथ युद्धाभ्यास करता है को अमेरिका और नाटो को खतरा महसूस होता है और नाटो (NATO) कुछ करता है तो रूस अपने युद्धपोतों की तैनाती ब्लैक सी में बढ़ा देता है.
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