ला नीना के असर से कश्मीर में इस साल सबसे प्रचंड ठंड पड़ रही है. पूरे कश्मीर में तापमान शून्य से नीचे चला गया है. श्रीनगर में माइनस 5.3 डिग्री के साथ सबसे ठंडी रात रही, जबकि गुलमर्ग में माइनस 4 डिग्री रहा. गुलमर्ग से कुछ किलोमीटर दूर द्रंग वॉटरफॉल पर्यटकों के लिए मुख्य आकर्षण बन गया है, जहाँ रात का तापमान माइनस 12 से माइनस 15 तक गिर जाता है और दिन का तापमान भी शून्य से नीचे रहता है. लगातार शून्य से नीचे के तापमान ने झरने को जमी हुई झरने में बदल दिया है.
सैकड़ों पर्यटक इस झरने को देखने के लिए आ रहे हैं, जिसे हमने ज़्यादातर फिल्मों में देखा है. इस जगह को विंटर वंडरलैंड कहा जा रहा है. यह जमी हुई झरना पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण बन गया है, जो प्राकृतिक नज़ारे को देखने के लिए उमड़ रहे हैं. यह एक मनमोहक नज़ारा बन गया है. इस साइट ने विशेष रूप से ब्लॉगर्स और कंटेंट क्रिएटर्स का ध्यान खींचा है. वो इसके आश्चर्यजनक दृश्यों को अपने कैमरे में कैद करने और यू-ट्यूब कंटेट बनाने के लिए उमड़ रहे हैं. सैलानी दनादन यहां रील बना रहे हैं. पूरा माहौल जन्नत ऐसा है. सबकुछ जम गया है. सर्दी के इस सीजन में यह झरना पर्यटकों के लिए एक दर्शनीय स्थल बन गया है.
हाड़ कंपा देने वाली ठंड के बावजूद इस जगह पर आने वाले तमाम सैलानी इसकी खूबसूरती की तारीफ में ये कहते देखे-सुने गए कि ऐसा सीन तो पहले फिल्मों में ही देखा था. उन्होने कहा, 'पहली बार ऐसा नजारा देखा. यह बहुत खूबसूरत है, मैंने इसकी उम्मीद नहीं की थी, मैंने सुना है, पढ़ा है और आज हमने इसे देखा, हम सभी को इसके बारे में बताएंगे, ये बहुत ठंडा है, खासकर रातें बहुत ठंडी हैं.'
सोनाली नाम की सैलानी ने कहा, 'ये बहुत अच्छा अनुभव है, लेकिन यह बहुत ठंडा है, प्राकृतिक सुंदरता भगवान का उपहार है, कश्मीर अन्य स्थानों से बहुत अलग है. ठंड इतनी प्रचंड है कि कश्मीर घाटी में कई झीलें, नदियाँ, जल निकाय और झरने पूरी तरह से जम गए हैं. लद्दाख में भी भीषण शीतलहर चल रही है. ज़ोजिला में तापमान शून्य से 23 डिग्री नीचे दर्ज किया गया.
सुप्रिया नाम की टूरिस्ट ने कहा- 'मैं पहली बार कश्मीर आई हूं. यह बहुत खूबसूरत है और मैं यहां इस जमे हुए झरने को देखने आई हूं, अगर आपको स्वर्ग देखना है तो आपको कश्मीर आना चाहिए.'
यह साल टूरिज्म इंडस्ट्री के लिए मील का पत्थर साबित हो सकता है. इस बंपर सीजन में अब तक 27 लाख सैलानी कश्मीर आ चुके हैं. उम्मीद है कि इस बार यहां आने वाले सैलानियों की तादाद पिछले सारे रिकॉर्ड्स तोड़ देगी. घाटी में न्यूनतम तापमान -13 डिग्री सेल्सियस तक चला गया है जिससे जलाशय जम गए हैं. यहां तक कि पहाड़ों के नीचे से बहने वाली नदी भी पूरी तरह जम चुकी है.
मौसम विभाग (IMD) ने भविष्यवाणी की है कि अगले चार दिनों तक मौसम शुष्क रहेगा और आने वाले दिनों में कश्मीर घाटी में तापमान में और गिरावट आएगी, लेकिन इससे कश्मीर आने वाले पर्यटकों पर कोई असर नहीं पड़ेगा और दुनिया के सबसे अच्छे सर्दियों के गंतव्यों में से एक गुलमर्ग में क्रिसमस और नए साल की पूर्व संध्या पर 100% बुकिंग होती है.
स्थानीय लोगों का मानना है कि जितनी ज्यादा बर्फबारी होगी, उतने ही ज्यादा पर्यटक यहां आएंगे. इसीलिए वो दुआ करते रहते हैं कि यहां ज्यादा से ज्यादा बर्फबारी हो ताकि और ज्यादा सैलानी यहां आएं.
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