Movies Based on Teacher- Student Relation: गुरु अपने हर एक छात्र के जीवन पर बहुत गहरा प्रभाव डालता है. बॉलीवुड ने हमें अपने शिक्षकों से प्रेरित होने के कई कारण दिए हैं. हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में कई एक से बढ़कर एक फिल्मों का निर्माण हुआ है, जिसमें एक शिक्षक के अपने छात्रों के प्रति अटूट समर्पण को बहुत खूबसूरती से दिखाया गया है, ये फिल्में लोगों के जीवन को गहराई से प्रभावित करती हैं. शिक्षक दिवस एक विशेष अवसर है, जब हम अपने शिक्षकों को ये जताने की कोशिश करते हैं कि वो हमारे लिए कितने मायने रखते हैं.
इस टीचर्स डे पर अपने टीचर्स की कड़ी मेहनत, प्यार और डेडिकेशन को याद करने और उनकी सराहना करने के लिए कुछ समय निकालें. हम आपको कुछ ऐसी फिल्मों नाम बताने जा रहे हैं, जो स्टूडेंट्स और टीचर्स के रिश्ते को बेहतरीन तरीके से दिखाती है. अगर आपने ये फिल्में देखी है तो अच्छी बात है, लेकिन नहीं देखी है तो थोड़ा समय निकालकर देखिएगा जरूर.
ये फिल्म मैथमेटेशियन आनंद कुमार के जीवन पर आधारित है. इस मूवी में ऋतिक रोशन ने सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार की भूमिका निभाई है, जिसमें वंचित तबके से आने वाले बच्चों को आईआईटी एंट्रेस एग्जाम के लिए तैयार के लिए उनके सपोर्ट और डेडिकेशन को दिखाया गया है.
इस फिल्म में रानी मुखर्जी ने टॉरेट सिंड्रोम से पीड़ित एक पात्र का किरदार निभाया है, जो स्कूल टीचर है. फिल्म में दिखाया जाता है कि बार-बार हिचकी लेती टीचर का बच्चे किस तरह मजाक बनाते हैं. फिल्म आगे बढ़ती है और अपने दृढ़ संकल्प और आत्मविश्वास का परिचय देते हुए यह टीचर स्टूडेंट्स के दिल में अपनी जगह बना लेती है.
यह एक दिल को छू लेने वाली फिल्म है, जो कॉलेज के दिनों की यादों दिलाने के साथ ही जीवन के महत्व पर जो देती है. यह फ़िल्म दोस्तों के बीच दोस्ती के प्रभाव को दिखाती है, क्योंकि वे अपने विचित्र शिक्षक और उनसे सीखे गए सबक को प्यार से याद करते हैं. यह फिल्म आपकी आंखों में आंसू ला देगी और आपको यह कहने पर मजबूर कर देगी कि यार वो दिन भी क्या दिन थे.
फिल्म इकबाल एक मूक-बधिर लड़के की कहानी है, जिसका क्रिकेट के प्रति जुनून उसके शिक्षक के उसकी प्रतिभा और क्षमताओं पर अटूट विश्वास से पैदा होता है. इसमें श्रेयस तलपदे की अदाकारी आपका दिल छू लेगी.
यह मूवी बच्चों की पसंदीदा फ़िल्म है, जिसकी कहानी एक स्कूल शिक्षक के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एक ऐसे छात्र की मदद करता है जो स्कूल में अपना लंच लाने में असमर्थ है. फिल्म खूबसूरती से दिखाया गया है कि टीचर भी आपके दोस्त हो सकते हैं.
संजय लीला भंसाली की यह मर्मस्पर्शी फिल्म एक टीचर और एक दृष्टिबाधित, बधिर स्टूडेंट के बीच के अटूट बंधन को दर्शाती है. इसमें बहुत ही खूबसूरती से यह पर्दे पर उतारा गया कि किस प्रकार प्यार और एजुकेशन सबसे चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों पर भी जीत हासिल करने में सबसे अहम रोल निभाते है.
आमिर खान की यह फिल्म हर छात्र की पसंदीदा फिल्म है. यह फिल्म एक भावनात्मक रोलरकोस्टर है, जिसमें नायक के बचपन पर हंसने से लेकर उसके परिवार से दूर होने पर दिल खोलकर रोने तक सब कुछ है. यह एक टीचर की उन कोशिशों के बारे में है, जो डिस्लेक्सिक बच्चे की अनूठी प्रतिभा को समझने और उसे विकसित करने के लिए करता है.
हालांकि, यह मशहूर फिल्म रोमांस के लिए ज्यादा याद की जाती है, लेकिन इस मूवी में अमिताभ बच्चन द्वारा निभाए गए एक सख्त शिक्षक के पारंपरिक विचारों और शाहरुख खान के कैरेक्टर की ज्यादा उदार टीचिंग मेथड के बीच अंतर दिखाया गया है.
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