5th Generation Fighter Jet: अपने दोस्त तुर्की के साथ मिलकर 5वीं पीढ़ी का फाइटर प्लेन बना रहा PAK, भारत भी मुकाबले के लिए तैयार
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5th Generation Fighter Jet: अपने दोस्त तुर्की के साथ मिलकर 5वीं पीढ़ी का फाइटर प्लेन बना रहा PAK, भारत भी मुकाबले के लिए तैयार

5th Generation Fighter Aircraft: पाकिस्तान अपने दोस्त तुर्की के साथ मिलकर 5वीं पीढ़ी का लड़ाकू विमान तैयार करने जा रहा है. हालांकि भारत इससे टेशन में नहीं है. वह दुश्मनों से निपटने के लिए एक खतरनाक हथियार बना रहा है. 

 

5th Generation Fighter Jet: अपने दोस्त तुर्की के साथ मिलकर 5वीं पीढ़ी का फाइटर प्लेन बना रहा PAK, भारत भी मुकाबले के लिए तैयार

Turkiye Latest Updates 5th Generation Fighter Aircraft: भारत का दु्श्मनों की तिकड़ी कहे जाने वाले तुर्की, पाकिस्तान और अजरबैजान मिलकर अब 5वीं पीढ़ी का लड़ाकू विमान विकसित करने में जुटे हैं. पाकिस्तानी मीडिया का दावा है कि तुर्की ने इस विमान का प्रोटोटाइप तैयार कर लिया है और यह उस साल के अंत तक ट्रायल उड़ान भर सकता है. बताया जा रहा है कि यह विमान स्टील्थ तकनीक से लैस होगा और बिना कोई संकेत छोड़े दुश्मन के इलाके में घुसकर कहर मचा सकेगा. तुर्की से आई यह खबर भारत के लिए भी चिंताजनक मानी जा रही है और भारतीय रक्षा विशेषज्ञ इस पर पैनी नजर रखे हुए हैं. 

तुर्की ने तैयार कर लिया मॉडल

पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक तुर्की की ओर से विकसित किए जा रहे 5वीं पीढ़ी के इस विमान का नाम कान (Turkiye Kaan Aircraft) है. इसका एक मॉडल तुर्की ने तैयार कर लिया है. अगर तुर्की का यह विमान ट्रायल रन में कामयाब रहता है तो यह उपलब्धि उसे अमेरिका-रूस, चीन, फ्रांस और ब्रिटेन जैसे बड़े देशों की कतार में खड़ा कर देगी. इसके साथ ही आसपास के देशों पर उसका दबदबा भी बढ़ जाएगा. 

ये खूबी होने का दावा

रिपोर्ट के अनुसार स्‍टील्‍थ तकनीक से लैस होने की वजह से इस विमान (Turkiye Kaan Aircraft) को रेडार भी नहीं पकड़ सकेंगे. यह विमान एआई तकनीक से लैस होगा और अपने टारगेट को देख खुद ही उसे लॉक कर मार गिरा सकेगा. इस वजह से आधुनिक हवाई युद्धकौशल में यह विमान बेहद अहम साबित हो सकता है. पाकिस्तानी रक्षा सूत्रों के मुताबिक तुर्की ने इस योजना में अपने सदाबहार मित्र पाकिस्तान और अजरबैजान को भी शामिल कर लिया है. कहा जा रहा है कि इस विमान के कुछ पार्ट पाकिस्तान में बनाए जाएंगे, जिससे तुर्की से वित्तीय भार कुछ कम हो जाएगा. 

भारत की बढ़ सकती है टेंशन?

तीनों देशों की इस जुगलबंदी और 5वीं पीढ़ी के विमान (Turkiye Kaan Aircraft) के विकास को भारत के लिए खतरनाक कहा जा रहा है. भारत के पास फिलहाल सबसे अडवांस्ड विमान राफेल है, 4.5 पीढ़ी का है. ऐसे में अगर तुर्की के जरिए पाकिस्तान को 5वीं पीढ़ी का कान विमान मिल जाता है तो उसे भारत पर बढ़त मिल सकती है. तुर्की पहले ही पाकिस्तान के बेयरतार जैसा खतरनाक ड्रोन और दूसरे हथियार दे चुका है. ऐसे में नए विमान की साझेदारी भारत को और टेंशन दे सकती है. 

इस हथियार का नहीं है कोई तोड़

भारतीय रक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक तीनों देशों का त्रिकोण भारत के लिए खतरा तो है लेकिन भारत सरकार भी इससे अनजान नहीं है. रूस से हाई अडवांस्ड एस-400 की खरीद के बाद अब भारत दुनिया की सबसे तेज गति से उड़ने वाली मिसाइल ब्रह्मोस की दूरी बढ़ाने पर काम कर रहा है. फिलहाल यह मिसाइल 290 किमी तक मार कर सकती है, जिसे अब 450 किमी तक बढ़ाया जा चुका है. अब इस दूरी को 900 किमी तक करने पर काम चल रहा है. यानी पाकिस्तान से कोई विमान उड़ा नहीं कि यह खतरनाक मिसाइल उसे भारत पहुंचने से पहले ही पाकिस्तान में घुसकर ध्वस्त कर सकेगी. 

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