PoK: गिलगित-बल्तिस्तान के लोगों के लिए सपना बन कर रह गई हवाई यात्रा, जानें क्या है वजह
Advertisement
trendingNow11673368

PoK: गिलगित-बल्तिस्तान के लोगों के लिए सपना बन कर रह गई हवाई यात्रा, जानें क्या है वजह

Gilgit Baltistan: पाकिस्तान सरकार ने स्कार्दू और गिलगित के लिए हवाई किराए में बढ़ोतरी की है. बिगड़ती सामाजिक-आर्थिक परिस्थितियों के बीच उड़ान किराए में वृद्धि हुई है. इतना अधिक किराया गिलगित- बल्तिस्तान में पर्यटन को भी प्रभावित करेगा. 

PoK: गिलगित-बल्तिस्तान के लोगों के लिए सपना बन कर रह गई हवाई यात्रा, जानें क्या है वजह

Pakistan News: पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान के लोगों के लिए किराए की कीमतों में अत्यधिक बढ़ोतरी के चलते हवाई यात्रा एक सपना बन कर रह गई है. पाकिस्तान की सबसे बड़ी एयरलाइन - पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) ने इस्लामाबाद से स्कार्दू के लिए उड़ान का किराया 39,700 रुपये और गिलगित के लिए 29,200 रुपये बढ़ाया है. डेली के2 की रिपोर्ट में कहा गया था कि इतना अधिक किराया गिलगित- बल्तिस्तान में पर्यटन को भी प्रभावित करेगा. बिगड़ती सामाजिक-आर्थिक परिस्थितियों के बीच उड़ान किराए में वृद्धि हुई है, यहां तक कि मध्यम और वेतनभोगी वर्ग के लिए हालात बहुत मुश्किल हैं.

मुद्रा में गिरावट जारी
डेली पाकिस्तान ने बताया कि डॉलर की तुलना में पाकिस्तान की मुद्रा में गिरावट जारी है. इसके अलावा, राजनीतिक दलों के बीच कोई भी राजनीतिक तनाव और विवाद लोगों के दैनिक जीवन में दुख और कठिनाइयों को ही बढ़ाएंगे.

पाकिस्तान में राजनीतिक हालात तनावपूर्ण हैं
ऐसी विकट स्थिति के बीच पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पंजाब में चुनाव चाहती है. इसके विपरीत, पीडीएम सरकार अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद चुनाव चाहती है और पीडीएम देश में एक तारीख पर चुनाव चाहती है.

पंजाब पुलिस की एक बड़ी टुकड़ी ने शुक्रवार रात पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष परवेज इलाही को गिरफ्तार करने के लिए उनके आवास पर छापा मारा, जिसकी पार्टी ने कड़ी आलोचना की. पीटीआई अपने कार्यकर्ताओं और नेताओं की गिरफ्तारी पर चिंता जताती रही है.

यह छापेमारी पीटीआई और पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा चुनाव की तारीखों पर बातचीत के कुछ घंटे बाद की गई. बैठक में  पीटीआई ने अपने कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी रोकने की मांग की थी और चेतावनी दी थी कि अगर कार्रवाई नहीं रुकी तो वार्ता पटरी से उतर सकती है.

डेली पाकिस्तान ने लिखा कि सरकार और पीटीआई के बीच मौजूदा सबसे अच्छा रास्ता शांति/सुलह है और यह तभी संभव है जब दोनों पक्ष उनके बीच बातचीत के लिए सहमत हों.

पाकिस्तान छोड़ रहे लोग
जसरत की रिपोर्ट के मुताबिक इस अराजकता के बीच एक साल में दस लाख पाकिस्तानी देश छोड़कर चले गए. अनिश्चित आर्थिक और राजनीतिक स्थिति, मुद्रास्फीति और बेरोजगारी से चिंतित लाखों युवा जीविका की तलाश में विदेशों में चले गए.

दैनिक K2 की रिपोर्ट के मुताबिक विदेश जाने वालों में डॉक्टर, इंजीनियर, आईटी विशेषज्ञ, अकाउंटेंट, एसोसिएट इंजीनियर, शिक्षक, नर्स शामिल हैं. इसके साथ ही 92 हजार से ज्यादा उच्च शिक्षित लोग भी विदेश में जाकर बसे हैं.

(इनपुट - ANI)

Trending news