'घर' में ही बेनकाब हुए इमरान, नवाज शरीफ ने दुनिया के सामने पोल खोलकर रख दी
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'घर' में ही बेनकाब हुए इमरान, नवाज शरीफ ने दुनिया के सामने पोल खोलकर रख दी

सेना के रहमो करम पर पलने वाले इमरान खान उसको खुश करने के लिए रुपए जुटाने को परेशान  हैं, इसके लिए सेना मुख्यालय में गुप्त बैठकें हो रही हैं.

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (फाइल फोटो).

नई दिल्ली: अक्सर कई मौकों बेइज्जत और बेनकाब होने वाला पाकिस्तान (Pakistan) एक बार फिर बेनकाब हुआ है. इस बार पाकिस्तान कहीं और नहीं घर में ही बेनकाब हुआ है. पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ (Nawaz Sharif) ने कहा है कि पाकिस्तान की सरकार वहां की सेना चला रही है यानि इमरान खान (Imran Khan) सिर्फ नाम के प्रधानमंत्री हैं हालांकि नवाज शरीफ ने किसी का नाम नहीं लिया है.

  1. पाक आर्मी चीफ के रहमो करम पर इमरान
  2. सेना को खुश करने के लिए रुपए जुटाने को परेशान
  3. नापाक इरादे के साथ सेना की हो रही हैं गुप्त बैठकें

उल्लेखनीय है कि यह बात किसीसे छिपी नहीं है कि पाकिस्तान की सरकार वहां की सेना ही चलाती है लेकिन किसी देश का पूर्व प्रधानमंत्री जब अपने देश के बारे में ऐसी बात कहे तो यह अहम हो जाता है.

पाक सेना की बैठकों का बहिस्कार
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अपने पार्टी के नेताओं को पाकिस्तानी सेना की बैठकों में भाग लेने से साफ मना कर दिया है.

नवाज का ट्वीट
नवाज ने ट्वीट किया है, ‘हाल की घटनाओं ने एक बार फिर साबित कर दिया कि कुछ बैठकें सात पर्दों के पीछे छिपी हुई हैं. किसी और की इच्छा के अनुसार अलग तरह से प्रचारित की जा रही हैं, इस खेल को रोकने की जरूरत है.'

नवाज ने आगे लिखा है 'भविष्य में हमारी पार्टी का कोई भी सदस्य सैन्य और संबंधित एजेंसियों के प्रतिनिधियों के साथ व्यक्तिगत रूप से या पार्टी के स्तर पर मुलाकात नहीं करेगा.'

आखिर क्या है नवाज का इशारा?
लंदन में निर्वासन झेल रहे 70 वर्षीय नवाज शरीफ के बेहद तल्ख शब्द हैं लेकिन सवाल उठता है कि नवाज शरीफ आखिर क्या इशारा करना चाहते हैं.

सेना के रहमो करम पर इमरान
दरअसल इमरान खान पाकिस्तान के पांचवे प्रांत गिलगित-बाल्टिस्तान पर कब्जा चाहते हैं जहां से इस्लामाबाद (Islamabad) और पाकिस्तानी सरकार (Pakistan Govt) को बहुत सारे लाभ मिलने की कोरी उम्मीद है. इमरान को लगता है कि यह उनकी पार्टी पीटीआई (PTI) को आगामी चुनावों में बढ़त देगा. इसीके सहारे इमरान अपने नापाक इरादे CPEC प्रोजेक्ट्स को वैध करके सेना के जनरलों को और अधिक पैसा देना चाहते हैं.

हो रही हैं गुप्त बैठकें
पाकिस्तानी सेना चाहती है कि विपक्ष इस नापाक इरादे में शामिल हो. इसके लिए सेना मुख्यालय में गुप्त बैठकें हो रही हैं. इन बैठकों में कुछ विपक्षी नेता फंस गए हैं जिनमें से एक सिंध के गवर्नर मुहम्मद जुबैर हैं जो नवाज शरीफ की पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं.

इसलिए आया नवाज की जुबां पर सच
कहा जाता है कि मुहम्मद जुबैर ने हाल के हफ्तों में अन्य विपक्षी नेताओं के साथ पाकिस्तानी सेना प्रमुख से दो बार मुलाकात की. इन्हीं बैठकों ने नवाज शरीफ को नाराज कर दिया और गुस्से में नवाज की जुबान पर पाकिस्तान की हकीकत आ गई. यही कारण है कि खुद भी पाकिस्तानी सेना के हाथ में खेलने वाले नवाज शरीफ अब सरकार पर से सेना के नियंत्रण को खत्म करने की वकालत कर रहे हैं. अब वह खुल कर सेना प्रमुख की असलियत उजागर कर रहे हैं.

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