Pakistan Economic Crisis: भीख मांगता रह गया पाकिस्तान! IMF ने इन पड़ोसी देशों के लिए खोल दिया खजाना, ये है वजह
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Pakistan Economic Crisis: भीख मांगता रह गया पाकिस्तान! IMF ने इन पड़ोसी देशों के लिए खोल दिया खजाना, ये है वजह

Pakistan Economy News: पाकिस्तान (Pakistan) को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने बड़ा झटका दे दिया है. पाकिस्तान कर्ज मांगता ही रह गया और आईएमएफ इस बीच भारत के दो पड़ोसियों को आर्थिक मदद देने के लिए तैयार हो गया है.

Pakistan Economic Crisis: भीख मांगता रह गया पाकिस्तान! IMF ने इन पड़ोसी देशों के लिए खोल दिया खजाना, ये है वजह

IMF Bailout Package: अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से पाकिस्तान (Pakistan) लगातार कर्ज देने की गुहार लगा रहा है. पाकिस्तान सरकार और आईएमएफ के बीच बातचीत भी हो रही है, पाकिस्तान 6.5 अरब डॉलर के लोन प्रोग्राम को अनलॉक कराना चाहता है लेकिन इस पर आईएमएफ राजी नहीं हो रहा है. आईएमएफ ने पाकिस्तान के सामने तमाम शर्तें रख दी हैं, जिसे पूरा करना पाकिस्तान के लिए बड़ा मुश्किल है. इसके अलावा आईएमएफ ने पाकिस्तान से ये भी कहा है कि उन देशों से आश्वासन दिलाए जिन्होंने उसे वित्तीय सहायता देने का आश्वासन दिया है. लेकिन सऊदी अरब, कतर और यूएई जैसे देश अब पाकिस्तान का साथ छोड़ते दिख रहे हैं. इस बीच, आईएमएफ ने भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका को कर्ज देने का ऐलान कर दिया है. इसके अलावा बांग्लादेश को लोन देने पर भी बात बन गई है. ये पाकिस्तान के लिए बड़ा झटका है.

देखता रहा गया पाकिस्तान!

पाकिस्तान के लिए बुरी खबर है कि वह देखता रह गया और आईएमएफ ने श्रीलंका को आर्थिक मदद देने की घोषणा कर दी. इसके अलावा बांग्लादेश को भी लाभ होगा. वित्तीय सहायता देने के लिए आईएमएफ से बात बन गई है. हालांकि, आईएमएफ के प्रतिनिधि पेरेज ने कहा कि बचे हुए बिंदुओं को पूरा करने के बाद पाकिस्तान के साथ समझौता होगा.

पाकिस्तान को चुकाना है कितना कर्ज?

गौरतलब है कि जून महीने तक पाकिस्तान को करीब 3 अरब डॉलर का लोन चुकाना है. हालांकि, पााकिस्तान को 4 अरब डॉलर के रोलओवर की उम्मीद है. हालांकि, आईएमएफ से पैसे पाने के लिए शहबाज शरीफ सरकार कई सख्त कदम उठा चुकी है. टैक्स, बिजली और पेट्रोल-डीजल तक की कीमतों में बढ़ोतरी की गई है.

डिफॉल्ट की तरफ बढ़ता पाकिस्तान!

जान लें कि पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार कम हो रहा है. इस बीच, पाकिस्तान ने अपनी मुद्रा को कमजोर करना भी शुरू कर दिया है. हालांकि, इससे पाकिस्तान को थोड़ी राहत मिल सकती है. लेकिन पाकिस्तान को बड़े लोन की सख्त जरूरत है वरना वह डिफॉल्ट हो सकता है.

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