Air Hostess: फ्लाइट अटेंडेंट्स की जिंदगी बाहर से ग्लैमरस दिखती है, लेकिन असलियत में वे कई मुश्किलों का सामना करती हैं. यात्रियों का घूरना, भद्दे कमेंट्स और गलतफहमियां उनकी रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा हैं. लोग महंगी टिकट के साथ उन्हें "फ्री सर्विस" समझते हैं, लेकिन उनकी जिम्मेदारियां इससे कहीं ज्यादा हैं.
फ्लाइट लैंड हुई ही थी, जब लोग कुर्सियों से उठने लगे और शोर मचने लगा. लोग जल्दबाजी में थे, लेकिन मेरी जूनियर ने सब्र से बैठने की अनाउंसमेंट की, ताकि सब सुरक्षित तरीके से उतर सकें. इतने में एक यात्री ने भद्दा कमेंट किया, "अभी हमें बैठने को कह रही है, जबकि फ्लाइट तो लैंड हो चुकी है." इस प्रकार के कमेंट्स सुनकर मेरी जूनियर को निराशा हुई क्योंकि वह सिर्फ अपनी ड्यूटी निभा रही थी. यह दिखाता है कि कुछ लोग कभी भी दूसरों की मेहनत और सम्मान की कद्र नहीं करते.
एयर होस्टेस होना सिर्फ एक नौकरी नहीं, बल्कि एक जिम्मेदारी है, जिसमें खूबसूरती, फिटनेस और पेशेवरता का ध्यान रखना पड़ता है. स्किन दमकती रहे, दांत कतार में हों और हाथ भी खूबसूरत दिखें, यही नहीं, वजन भी संतुलित होना चाहिए ताकि हम इस पेशे में फिट रह सकें. हर वक्त अपनी शारीरिक स्थिति पर ध्यान देना पड़ता है चाहे वो अंगूरों के हिसाब से वजन को नियंत्रित करना हो या चेहरे की त्वचा पर होने वाले छोटे-छोटे बदलावों से निपटना हो. कभी-कभी पेट पर एक अतिरिक्त किलो या चेहरे पर एक छोटा उभार भी हमें अपनी ड्यूटी से बाहर कर सकता है. फ्लाइट में जाने से पहले हमें हमेशा खुद को परफेक्ट महसूस कराना होता है. यह पेशा केवल सेवा ही नहीं, बल्कि आत्मविश्वास और अपनी छवि बनाए रखने की भी चुनौती है.
सोशल मीडिया पर एयर अटेंडेंट्स अपनी तकलीफें और अनुभवों को अक्सर साझा करती हैं, लेकिन ज्यादातर विदेशी एयर होस्टेस नाम छिपाकर या रिटायरमेंट के बाद ही ऐसा करती हैं. देसी फ्लाइट अटेंडेंट्स शायद ही कभी अपनी परेशानियों के बारे में खुलकर कुछ बोलती दिखती हैं. जब हम ने उनसे बात की तो उन्होंने अपना नाम बदलने की शर्त रखी हालांकि वे अपनी पहचान का खुलासा करने में हिचकिचाती नहीं थीं, लेकिन फ्लाइंग इंडस्ट्री में काम करने की वजह से उनके लिए यह सब कुछ थोड़ा संवेदनशील और जोखिम भरा था। उनके लिए यह एक ऐसी नौकरी है, जहां खुद को हमेशा फिट, खूबसूरत और पेशेवर बनाए रखने की भारी जिम्मेदारी होती है.
ए320 और ए321 जैसे एयरक्राफ्ट में काम करने वाली एयर होस्टेस को अक्सर लोग बहुत आसान समझते हैं. उन्हें लगता है कि उनके काम बस मेकअप करना, रटी-रटाई अनाउंसमेंट करना और खाना परोसना है, और इसके बदले उन्हें अच्छा पैसा मिलता है, लेकिन असलियत ये है कि जो आप देखते हैं, वो हमारे काम का सिर्फ 10 प्रतिशत है। हमारी असली मेहनत उससे कहीं ज्यादा है.
फ्लाइट अटेंडेंट ने बताया कि कई यात्री यह सोचते हैं कि उनकी टिकट की कीमत में एयर होस्टेस का व्यक्तिगत ध्यान या सेवा मुफ्त में शामिल है. वे उन्हें केवल एक सर्विस प्रोवाइडर के रूप में नहीं, बल्कि अपने मनोरंजन के साधन के रूप में देखते हैं. "आते-जाते घूरना और असहज महसूस करवाना उनकी आदत में शुमार है," उन्होंने कहा. महिला फ्लाइट अटेंडेंट्स को विशेष रूप से इन स्थितियों का सामना करना पड़ता है. कई बार यात्री उनसे अजीब सवाल पूछते हैं, जैसे, "आपका शेड्यूल क्या है?", "क्या आप हर समय इतनी सुंदर दिखती हैं?" या फिर, "क्या आप अकेली हैं?"
उन्होंने यह भी बताया कि कई यात्री फ्लाइट अटेंडेंट्स के काम को सिर्फ 'खाना परोसने' तक सीमित मानते हैं. जबकि असल में, यह नौकरी बेहद जिम्मेदारी भरी होती है. यात्रियों की सुरक्षा, इमरजेंसी हैंडलिंग, और एक शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखना उनकी ड्यूटी का हिस्सा है. "हमारी ट्रेनिंग केवल यात्रियों को खुश रखने के लिए नहीं, बल्कि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए होती है," उन्होंने कहा.
फ्लाइट अटेंडेंट्स ने बताया कि कई बार पुरुष यात्री उन्हें घूरते हैं, उनका पीछा करते हैं, और यहां तक कि उन्हें उनके नाम से पुकारते हैं, जो उनके पहचान बैज पर लिखा होता है. यह न केवल असभ्य है बल्कि असुरक्षित महसूस करवाने वाला भी है. एक और फ्लाइट अटेंडेंट ने साझा किया कि उन्हें कई बार फोन नंबर मांगने, तस्वीरें खींचने, या दोस्ती के प्रस्तावों का सामना करना पड़ता है. यह सब उनके लिए मानसिक और भावनात्मक तनाव का कारण बनता है.
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