Wedding Card: मुस्लिम फैमिली ने हिंदू रीति-रिवाज से छपवाया शादी का कार्ड, दूल्हे के पिता बोले- पहला निमंत्रण गणेश जी को...
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Wedding Card: मुस्लिम फैमिली ने हिंदू रीति-रिवाज से छपवाया शादी का कार्ड, दूल्हे के पिता बोले- पहला निमंत्रण गणेश जी को...

Wedding Card: जब भी किसी की शादी तय होती है तो सबसे पहले मेहमानों को निमंत्रण देने के लिए कार्ड छपवाया जाता है. हिंदू धर्म से शादी करने वाले लोग सबसे पहले अपना कार्ड गणेश भगवान को चढ़ाते हैं और फिर आगे अपने मेहमानों को बांटते हैं. 

 

Wedding Card: मुस्लिम फैमिली ने हिंदू रीति-रिवाज से छपवाया शादी का कार्ड, दूल्हे के पिता बोले- पहला निमंत्रण गणेश जी को...

Wedding Card Viral: जब भी किसी की शादी तय होती है तो सबसे पहले मेहमानों को निमंत्रण देने के लिए कार्ड छपवाया जाता है. हिंदू धर्म से शादी करने वाले लोग सबसे पहले अपना कार्ड गणेश भगवान को चढ़ाते हैं और फिर आगे अपने मेहमानों को बांटते हैं. हालांकि, मुस्लिम धर्म के ज्यादातर लोग निकाह के लिए कार्ड उर्दू या इंग्लिश में छपवाते हैं. उत्तर प्रदेश के बहराइज जिले में एक मुस्लिम परिवार ने कुछ हटके और दिल छू लेने वाला काम किया है. उन्होंने अपने बेटे की निकाह के लिए कुछ ऐसे कार्ड भी छपवाए जो न सिर्फ हिंदी में थे, बल्कि हिंदू रीति-रिवाज से भी मालूम पड़ रहे हैं.

मुस्लिम परिवार ने छपवाया हिंदू रीति-रिवाज वाला कार्ड

बहराइच जिले में मुस्लिम परिवार द्वारा छपवाया गया शादी का कार्ड चर्चा में बना हुआ है. पाञ्चजन्य के अनुसार, बहराइच के अजहुल कमर ने अपने बेटे की शादी के लिए कुछ कार्ड हिंदी और हिंदू रीति-रिवाज में छपवाया है. उनका कहना है कि हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार उन्होंने अपना पहला निमंत्रण भगवान गणेश जी को भेजा है. जैसे ही इस शादी के कार्ड की तस्वीर सोशल मीडिया पर आई तो यह झट से वायरल हो गई. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि लड़की और लड़का पक्ष दोनों ही मुसलमान हैं. अजहुल कमर ने बताया कि उनके बेटे समीर अहमद की शादी 29 फरवरी को हुई.

शादी में आने वाले हिंदू मेहमानों को रीति-रिवाज

अजहुल कमर का कहना है कि शादी में आने वाले जितने भी मेहमान हिंदू है उन्हें यही कार्ड निमंत्रण के लिए दिया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि शादी में आने वाले हिंदू मेहमानों को हिंदू रीति-रिवाज से छपवाकर निमंत्रण दिया जा रहा है. दूल्हे के पिता अजहुल कमर ने कहा, "हम लोगों ने अपने हिसाब से सोचा कि जितने भी हिंदुओं को निमंत्रण भेजा जाना है, उन्हें उनके धर्म के अनुसार निमंत्रण भेजा जाएगा." इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी बताया कि हिंदुओं के लिए प्रीतिभोज का प्रोग्राम एक दिन पहले ही रखवा दिया गया है.

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