Chaunsa Aam: लोग आम के सीजन में चौसा आम खूब खाते हैं. लेकिन शायद इसके नाम के बारे में ऐतिहासिक तथ्य नहीं जानते होंगे. आपको यह जानकर मजा आ जाएगा कि चौसा का नाम चौसा कैसे पड़ा है.
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Interesting Facts: गर्मियों का सीजन आ रहा है. इस दौरान लोग अपने पसंदीदा पेय पदार्थों और अपने पसंदीदा फलों को खाने के लिए उसे खरीदते नजर आएंगे. इसी कड़ी में आम के शौकीन लोग आम की तमाम वैरायटी को पसंद करते या खरीदते हुए दिखाई देंगे. चौसा नाम का आम ऐसी ही एक वैरायटी है जिसे भारत में खूब पसंद किया जाता है. लेकिन क्या आपको पता है इस आम का नाम चौसा कैसे पड़ा है. आइए आपको बताते हैं.
शेरशाह सूरी से जुड़ी हुई
दरअसल, चौसा आम भारत के कई प्रदेशों में लोग खाते हैं. हालांकि इसकी सप्लाई कई प्रदेशों से ही होती है लेकिन इसका स्वाद अन्य आमों की अपेक्षा कुछ अलग होता है. इसलिए लोग इसको खूब चाव से खाते हैं. इसके नाम की कहानी भी बड़ी गजब की है. इसकी नाम की कहानी मुस्लिम शासक शेरशाह सूरी से जुड़ी हुई है. उन्होंने अपने एक पसंदीदा आम को चौसा नाम दिया था.
हुमायूं को पराजित कर दिया था
उन्होंने इसलिए दिया था क्योंकि 1539 में बिहार के चौसा में उनका युद्ध हुआ था. इस युद्ध में सूरी ने हुमायूं को पराजित कर दिया था. इस जश्न में उन्होंने अपने पसंदीदा आम का नाम चौसा रख दिया था. मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि आम की इस किस्म को तब से उसी नाम से जाना जाने लगा.
बता दें कि चौसा आम की एक खासियत यह है कि बाजार में जब बाकी आमों की आवक कम हो जाती है तब यह आम आती है. लगभग आधी जुलाई बीत जाने के बाद यह आम आता है. यह मुख्य रूप से भारत और पाकिस्तान में उगाया जाता है. इतना ही नहीं दोनों देश महत्वपूर्ण मात्रा में इसका निर्यात भी करते हैं.
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