Share Market: गुरुवार सुबह में 147 अंक टूटकर खुले 62,530.07 अंक पर खुला सेंसेक्स 878.88 अंक का गोता लगाकर 61,799.03 अंक पर बंद हुआ. वहीं, 50 अंक वाला निफ्टी 18,614.40 अंक पर खुला और 18,414.90 अंक पर बंद हुआ.
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Stock Market Tips: अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की तरफ से ब्याज दर बढ़ाए जाने के बाद दुनियाभर के बाजार में गिरावट के साथ ही भारतीय स्टॉक मार्केट में भी गिरावट देखी गई. लाल निशान के साथ खुलने वाले दोनों प्रमुख सूचकांक बड़ी गिरावट के साथ बंद हुए. गुरुवार सुबह में 147 अंक टूटकर खुले 62,530.07 अंक पर खुला सेंसेक्स 878.88 अंक का गोता लगाकर 61,799.03 अंक पर बंद हुआ. वहीं, 50 अंक वाला निफ्टी 18,614.40 अंक पर खुला और 18,414.90 अंक पर बंद हुआ.
भारतीय रुपये में कमजोरी दिखाई दी
सेंसेक्स के शेयरों में टेक महिंद्रा सबसे ज्यादा 3.98 प्रतिशत नीचे आ गया. इंफोसिस, टाइटन, एचडीएफसी, आईटीसी, एचडीएफसी बैंक, टाटा स्टील और टीसीएस ज्यादा नुकसान वाले शेयरों में रहे. शेयर बाजार में गुरुवार को आई बड़ी गिरावट पर रिसर्च एनालिस्ट गौरव शर्मा कहते हैं फेड रिजर्व की तरफ से ब्याज दर बढ़ाने और निफ्टी का गिरकर 18612 अंक से शुरुआत करना बाजार के बारे में बहुत कुछ बताता है. गुरुवार के कारोबार के दौरान भारतीय रुपये (INR) में भी कमजोरी दिखाई दी.
बैंकिंग सेक्टर में प्रॉफिट बुकिंग देखने को मिली
बैंकिंग सेक्टर के लगभग सभी शेयर में प्रॉफिट बुकिंग देखने को मिली. निवेशकों का रुझान फंड्स को इक्विटी मार्किट से निकालकर बैंकों की तरफ जाता हुआ दिखाई दिया. फेड का भी यही मकसद लगता है. निवेशकों ने उच्च स्तर पर आक्रामक कॉल राइटिंग से अपनी स्थिति का बचाव किया है, जो PE राइटिंग मार्केट में तेजी होने का संकेत थे. कारोबारी सत्र के दौरान PE सेलर्स लॉस बुक करके अपनी पोजीशन शिफ्ट करते देखे गए. यह बाजार का रिएक्शन है और अभी इसका सेटल होना बाकी है.
इस सिचुएशन में रिसर्च एनालिस्ट गौरव शर्मा की सलाह है कुछ शेयरों में निवेशकों ने प्रॉफिट बुकिंग की है. कुछ निवेशकों ने घबराहट में बिकवाली की है. बाजार संभलेगा और फिर से पुराने स्तर पर दिखाई देगा. निवेशकों को इस समय आई टी और बैंकिंग सेक्टर पर ध्यान देने की जरूरत है. आईटी सेक्टर में लो लेवल से रिकवरी दिखा रहे शेयर पर नजर रखें. इसके अलावा बैंकिंग शेयरों को गिरावट में खरीदने के लिए कम मुनाफावसूली पर पर ध्यान दें.
बाजार अब बैंक ऑफ इंग्लैंड (BOE) और यूरोपीय केंद्रीय बैंक (ECB) के फैसलों की प्रतीक्षा में है. इन दोनों की तरफ से भी ब्याज दर में बढ़ोतरी की जा सकती है. अमेरिकी केंद्रीय बैंक ने ब्याज दर को बढ़ाकर 4.25-4.50 प्रतिशत कर दिया है. यह 15 साल का उच्चस्तर है.
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