Wet-bulb Temperature: आसमानी आग के कारण लोगों का रोजगार ठप्प पड़ जाता है. मजदूर काम बंद होने के कारण मजदूरी नहीं कर पा रहे हैं. वेट बल्ब टेंपरेचर से कई तरह की दिक्कतें होने लगती हैं. यहां पढ़ें पूरी खबर...
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Wet-bulb Temperature In Summer 2023: पूरे देश में लोग भीषण गर्मी पड़ रही है. आसमान से बरसती आग ने लोगों को झुलसाकर रख दिया है. इस भयंकर गर्मी का सभी शिकार हो रहे हैं. इस समय सूर्य देवता का इतना प्रकोप है कि भारत में हीटवेव से अब लोग अपनी जान भी गंवाने लगे हैं.
बढ़ते तापमान की चपेट में सबसे ज्यादा दिल्ली और उत्तर प्रदेश हैं. इन राज्यों में तापमान अब 40 डिग्री के पार हो चुका है, जबकि दक्षिण भारत में ये तापमान 42 से 43 डिग्री के पार जा चुका है. तेजी से बढ़ता हुआ टेंपरेचर ही देश को वेट-बल्ब की ओर धकेल रहा है. आइए जानते हैं क्या है वेट-बल्ब टेंपरेचर और कैसे इससे रोजगार पर असर पड़ेगा.
जानें क्या है वेट बल्ब टेंपरेचर
जब गर्मी में तापमान 35 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच जाता है तो उसे वेट बल्ब टेंपरेचर माना जाता है. जब कोई राज्य या देश इस की चपेट में आता है तो वहां इसका बहुत विपरीत प्रभाव भी पड़ता है. इंसानों के शरीर का तापमान बढ़ने लगता है और वे हाइपोथर्मिया से जूझने लगते हैं. इतना ही नहीं इसके कारण कई लोगों को अपनी नौकरी भी गंवाना पड़ता है. इस तरह वेट बल्ब लोगों को शारीरिक और आर्थिक तौर पर बहुत ज्यादा कमजोर कर देता है.
इससे कैसे होगा रोजगार बंद?
एक मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वेट बल्ब टेंपरेचर के कारण भारतीयों का रोजगार तेजी से बंद हो रहा है. दरअसल, टेंपरेचर इतनी तेजी से बढ़न के कारण दिनभर बाजार में रेड़ी पटरी लगाते वाले लोग तेज धूप और भीषण गर्मी के कारण दुकाने नहीं लगा पा रहे.
अगर लोग दुकान किसी तरह लगा भी रहे तो ग्राहक नहीं आ रहे. दरअसल, फरवरी-अगस्त का समय घर बनाने का काम करने वाले मजदूरों के लिए बेहतर होता है, लेकिन गर्मी और तेज धूप में मजदूर मजदूरी नहीं कर पा रहे हैं, जिससे उनकी रोजी-रोटी पर असर पड़ रहा है.