Holi 2023: होली एक ऐसा त्योहार है जिसका इंतजार हम पूरे साल करते हैं, रंगों भरा ये पर्व अबीर और गुलाल के बिना अधूरा है, लेकिन जिन लोगों स्किन प्रॉब्लम्स हैं उन्हें सतर्क रहने की जरूरत है.
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नई दिल्ली: होली रंगों का त्योहार है. ऐसे में लोग एक दूसरे को हम अबीर और गुलाल लगाते हैं और इस पर्व को और खुशनुमा बनाते हैं. लेकिन जो लोग अपनी त्वचा की समस्याओं (Skin Problems) से परेशान हैं वो होली के रंगों से थोड़ा सा बच कर रहें. इससे परेशानी और बढ़ सकती है. अब सवाल ये है कि स्किन की ऐसी कौन सी प्रॉबलम्स हैं जिन्हें होली के रंग (Holi Festival) और बढ़ा सकते हैं.
किसी शख्स की स्किन पर फंगल इन्फेक्शन (Fungal Infection) की प्रॉब्लम है तो ऐसे में लक्षण के रूप में त्वचा में खुजली की समस्या होना, लाल चकत्ते हो जाना, जलन महसूस करना आदि नजर आ सकते हैं. ऐसे में बता दें कि इन लोगों को होली खेलने से बचना चाहिए. वरना फंगल इन्फेक्शन की समस्या और बढ़ सकती है.
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जब किसी व्यक्ति को दाद (Shingles) की समस्या होती है तो उस व्यक्ति को भी होली खेलने से बचना चाहिए. दाद हर्पीज जोस्टर (Herpes Zoster) कहलाता है जो कि संक्रमण के कारण होता है. ऐसे में यह समस्या तेजी से फैल सकती है. होली खेलने से दाद की समस्या और बढ़ सकती है.
जब किसी व्यक्ति को एक्जिमा (Eczema) की समस्या होती है तो लक्षणों के रूप में त्वचा में तेज खुजली, लालिमा, सूजन, त्वचा में दरार आदि लक्षण दिखाई दे सकते हैं. ऐसे में एक्जिमा के लक्षण दिखाई देने पर भी व्यक्ति को होली के रंगों से दूर रहना चाहिए. वरना यह समस्या और बढ़ सकती है.
सोरायसिस (Psoriasis) की समस्या होने पर भी व्यक्ति को होली के रंगों से थोड़ा बच के रहना चाहिए. सोरायसिस की समस्या के दौरान व्यक्ति को खुजली पपड़ीदार त्वचा आदि का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे में होली के रंग इस समस्या को और बढ़ा सकते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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