Dental Care: दांतों की परेशानियों को गंभीरता से लेना अहम है, साथ ही सही वक्त पर इसका इलाज भी जरूरी है, अपनी लाइफस्टाइल को बदलकर दांतों की समस्या से निजात पाया जा सकता है.
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Danto Ko Sadne Se Kaise Bachaye: भारत में दांतों की समस्याओं को गंभीरता से नहीं लिया जाता है, यहां कई लोंगों को मसूड़ों की बीमारी होती है लेकिन इसे नजरअंदाज करते हैं दांतों की सेंस्टिविटी एक और बड़ी समस्या है, लेकिन काफी कम लोग डेंटिस्ट के पास सलाह लेने के लिए के लिए जाते हैं.
दांतों की करें हिफाजत
जिंदगी में टेंशन की वजह से कई लोग शराब पीना और स्मोकिंग शुरू कर देते हैं, जिसका आगे चलकर दांतों पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है. जागरुकता की कमी के चलते ग्रामीण इलाकों में दांतों की समस्या ज्यादा मिलती है. शहरों में जंक फूड और जीवनशैली की अन्य कुछ गलत आदतों के कारण दांतों में परेशानियां पैदा हो जाती हैं. अनहेल्दी डाइट और खाने में चीनी ज्यादा होने के कारण भी लोग दांतों की बीमारे के शिकार हो रहे हैं.
दांतों में सेंस्टिविटी
दांतों में थोड़ी सी भी परेशानी को अनदेखी नहीं करनी चाहिए और जितनी जल्दी हो सके डेंटिस्ट से मिलना चाहिए. दांत दर्द, मसूड़ों से खून निकलना और दांतों में सेंस्टिविटी को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए. युवाओं के अलावा, दांतों की समस्याएं बच्चों में भी आम होती है. दूध की बोतल का इस्तेमाल करने वाले शिशुओं के आगे के चार दूध के दांत अक्सर खराब हो जाते हैं.
दूध की बोतल से हो सकते हैं दांत खराब
दूध की बोतल से बच्चों के दांत खराब हो सकते हैं. माताओं को हर फीड के बाद एक साफ कपड़े से शिशुओं के मसूड़े और दांत पोंछने चाहिए. अगर अनदेखा छोड़ दिया जाए तो दांतों से जुड़ी परेशानी हो सकती है. सबसे बेहतर उपाय है कि महिलाएं बच्चों को अपना दूध पिलाएं.
दांतों को सड़ने से बचाने के 6 उपाय
1. दिन में दो बार ब्रश करें.
2. फ्लॉसिंग के जरिए उन दरारों को साफ करें जहां ब्रश नहीं पहुंच पाता है.
3. बहुत ज्यादा चीनी खाने से बचें. स्टार्चयुक्त भोजन से भी दांत खराब हो सकते हैं
4. जीभ को भी नियमित रूप से साफ करें.
5. किसी भी असामान्य संकेत की उपेक्षा न करें. यदि मसूड़ों में सूजन हो या खून आ जाए तो डेंटिस्ट से सलाह लो.
6. दांतों की जांच हर 6 महीने में कराएं. दांतों की सफाई बेहद जरूरी है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मक़सद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.