जनरेशन Z को अब नहीं भा रहा शॉफ्ट ड्रिंक का चस्‍का, सुंदर स्‍क‍िन के ल‍िए अपना रहे हेल्‍दी डाइट
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जनरेशन Z को अब नहीं भा रहा शॉफ्ट ड्रिंक का चस्‍का, सुंदर स्‍क‍िन के ल‍िए अपना रहे हेल्‍दी डाइट

मिंटेल ने हाल ही में एक अध्ययन किया है, ज‍िससे पता चलता है कि भारत में 33% जेनरेशन Z अपनी स्‍क‍िन को हेल्‍दी और ग्‍लोइंग बनाए रखने के ल‍िए स्किनकेयर प्रोडक्‍ट की बजाय हेल्‍दी डाइट और प्रॉपर नींद लेने जैसे लाइफस्‍टाइल में बदलाव को प्रायोर‍िटी दे रहे हैं. इसी कड़ी में उन्‍होंने सॉफ्ट ड्रिंक से भी परहेज करना शुरू कर द‍िया है.  

जनरेशन Z को अब नहीं भा रहा शॉफ्ट ड्रिंक का चस्‍का, सुंदर स्‍क‍िन के ल‍िए अपना रहे हेल्‍दी डाइट

24 साल की दिल्ली की एमबीए स्‍टूडेंट मुस्कान सिंह के लिए कार्बोनेटेड सॉफ्ट ड्रिंक्स कभी उनकी सबसे अच्छी दोस्त हुआ करती थीं. रात के खाने के साथ कोक की 500 मिली लीटर की बोतल गटकना, उनकी रूटीन में था. लेक‍िन उन्‍हें ये महसूस हुआ क‍ि उनका वजन काफी बढ़ गया है और उन्‍होंने वजन कम करने की ठान ली. वजन कम करने की जर्नी में उन्‍हें सबसे पहले अपने खानपान में बदलाव करने की जरूरत थी. इसमें उन्‍हें अपने सॉफ्ट ड्रिंक्स को भी बाय बोलना था. मुस्कान अब कहती हैं क‍ि मुझे याद नहीं है कि मैंने आखिरी बार कब सॉफ्ट ड्रिंक पी थी. ये भी पढ़ें : हर रोज सेक्‍स करते हैं, तो शरीर पर क्या असर होता है? एक्‍सपर्ट ने द‍िया ये जवाब

ये कहानी स‍िर्फ मुस्‍कान की नहीं है, बल्‍क‍ि उन जैसे हजारों युवाओं की है. उनकी तरह, कई भारतीय, खासकर युवा पीढ़ी, हेल्‍दी ऑप्‍शन चुन रहे हैं. वे मीठे ड्र‍िंक्‍स, खासकर कार्बोनेटेड सॉफ्ट ड्र‍िंक्‍स से दूर हो रहे हैं. एक सॉफ्ट ड्र‍िंक के 500 मिली लीटर की बोतल में 54-60 ग्राम (13.5-14 चम्मच) चीनी होती है.  ये भी पढ़ें : जान‍िये क्‍या है शादी और बच्चे पैदा करने की सही उम्र? द‍िमाग ह‍िला देगी डॉक्‍टर की ये बात

 

कोरोना महामारी के दौरान आपने एक बात नोट‍िस की होगी, वो ये क‍ि खानेपीने की चीजें महंगी हो गई थीं. सब्‍जियों के साथ फ्री म‍िलने वाली हरी धन‍िया पत्‍त‍ियां तब फ्री म‍िलनी बंद हो गईं. लेक‍िन इस समय एक चीज थी जो सस्‍ती हुई थी. वो थी कोल्‍ड ड्र‍िंक की बोतल. 2 लीटर की बोतलें 90 रुपये में आने लगी थीं.  एक्‍सपर्ट का मानना है क‍ि दरअसल ड‍िमांड में कमी आने के कारण ऐसा हुआ था. खासतौर से जेन जेड ने कोल्‍ड ड्र‍िंक और इसी तरह के दूसरे शुगरी ड्र‍िंक्‍स को नकार कर हेल्‍दी ऑप्‍शन पर ज्‍यादा खर्च क‍िया.  

हालांक‍ि भारत में कोल्‍ड ड्र‍िंक की खपत में गिरावट की पुष्टि करने के लिए कोई खास अध्ययन नहीं है, फिर भी वास्तविक साक्ष्य बताते हैं कि मांग वास्तव में घट रही है.  ये भी पढ़ें : फेमस इंफ्लुएंसर इंसा घई के पत‍ि की 29 साल में हुई मौत, Silent Heart Attack ने ली जान

 

Gen Z को पसंद आ रहा हेल्‍दी लाइफस्‍टाइल 
कई अध्ययनों से पता चलता है कि जेनरेशन Z अन्य पीढ़ियों की तुलना में अधिक हेल्‍दी लाइफस्‍टाइल अपना रहा है. मिंटेल के हालिया अध्ययन से पता चलता है कि भारत में जेनरेशन Z के 33% लोग अपनी स्‍क‍िन र‍िलेटेड समस्याओं को दूर करने के लिए स्किनकेयर उत्पादों की बजाय स्वस्थ आहार और उचित नींद जैसे जीवनशैली में बदलाव को प्राथमिकता दे रहे हैं. विशेषज्ञों का सुझाव है कि स्वस्थ आहार पर ध्यान देने के साथ ही सॉफ्ट ड्रिंक से परहेज करना भी जरूरी है. ये भी पढ़ें : Mohsin Khan: 31 साल का एक्‍टर हुआ हार्ट अटैक का श‍िकार, डॉक्‍टर ने बताई ये वजह

 

 

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