हमारे पैर दिनभर व्यस्त रहते हैं. चलना, दौड़ना, कूदना और धूल-मिट्टी से गुजरना - इससे पैरों का गंदा होना स्वाभाविक है. इसलिए सवाल उठता है कि क्या सोने से पहले पैर धोना हर किसी के लिए जरूरी है? दूसरा ये कि क्या दिनभर मोजा पहनने वाले लोगों को भी पैर धुलना चाहिए?
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पैर हमारे शरीर का वो हिस्सा हैं जो दिनभर व्यस्त रहता है. हम चलते हैं, दौड़ते हैं, कूदते हैं और गंदगी से गुजरते हैं. ऐसे में जब पैर धुलने की बात आती है तो बहुत से लोगों की अलग अलग राय होती है. सोते समय पैर धोने के बारे में हर किसी की अलग राय होती है. कुछ लोग इसे आदत बनाते हैं तो कुछ इसे बिल्कुल भी नहीं करते. सोने से पहले पैरों का न धुलना ये शरीर में कई बीमारियों का कारण बन सकते हैं. इससे पैर में उंगलियों के बीच में घाव बन सकता है, इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर हो सकता है और अगर यही पैर बिस्तरे पर ले गए तो गंदगी की वजह से बड़ी बीमारियों का भी कारण बन सकता है. ऐसे में स्वाभाविक रूप से, सवाल उठता है कि क्या रात को सोने से पहले पैर धोना जरूरी है?
स्वच्छता का मामला
एक्सपर्ट्स का कहना है कि स्वच्छता के लिहाज से पैर धोना फायदेमंद होता है. दिनभर हम अलग-अलग जगहों पर जाते हैं, जिससे पैरों पर गंदगी, धूल और बैक्टीरिया जमा हो जाते हैं. दिन भर में दो बार तो पैर जरूर धुलना चाहिए. रात को सोते समय इन्हें धोने से ये बिस्तर पर नहीं जाते हैं और इससे खुद में आप साफ-सुथरा महसूस करते हैं. इससे चादर और तकिया को भी साफ रखने में मदद मिलती है.
गुनगुने पानी से पैर धुलने के फायदे
पैर धुलना न सिर्फ स्वच्छता की बात है बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है. गर्म पानी से पैर धोने से तनाव कम होता है और पैरों का दर्द भी दूर होता है. साथ ही, सूखी और फटी एड़ियों की समस्या से भी राहत मिलती है.
शुगर के मरीजों को क्या करना चाहिए?
शुगर के मरीजों के लिए रात में सोने से पहले पैर धोना बहुत ही जरूरी है. इसकी वजह कमजोर इम्यूनिटी सिस्टम है जो उन्हें बीमारियों से बचाती है. एक्सपर्ट्स के अनुसार, शुगर एक ऐसी बीमारी है जो शरीर के लगभग सभी अंगों को प्रभावित करती है, ऐसे में पैर की सफाई रखना सेहत के लिए बेहद जरूरी हो जाता है.
रात में पैर धुलना क्यों जरूरी है?
अगर किसी का इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर है तो दो बार पैर धोना जरूरी होता है. पैर में ढ़ेर सारी गंदगी होती है जो खराब इम्यूनिटी वाले लोगों के लिए हानिकारक होती है और बड़ी बीमारियों कारण बन सकती है.
जूता मोजा पहनने वाले लोग क्या करें?
बहुत से लोगों की लाइफस्टाइल ऐसी होती है जिसमें वो ज्यादातर समय जूता मोजा पहने रहते हैं. ऐसे में उन्हें लगता है कि मोजा पहनने से उनके पैर गंदे नहीं होते हैं, और पैर धुलने से बचते हैं, लेकिन सच ये नहीं है. जब आप पैरों को मोजे से ढकते हैं, तो उनमें पसीना आना लाजमी है. कुछ लोगों को ज्यादा पसीना आता है, कुछ को कम, इसलिए पसीने के कारण पैरों में कुछ बैक्टीरिया मौजूद होते हैं. मोजा उतारने पर पैर की गंदगी दिखाई भले नहीं देती है लेकिन उसमें बहुत से किटाडू होते हैं. ऐसे में मोजा उतारने के बाद भी पैर जरूर धुलना चाहिए.
कुछ बातों का ध्यान रखें
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