Trending Photos
UP Violence: बीते शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद उत्तर प्रदेश के कई शहरों में हिंसा और प्रदर्शन हुए. इसके बाद योगी सरकार एक्शन मोड में आ गई. इस मामले में पुलिस-प्रशासन ने ताबड़तोड़ कार्रवाई की. यूपी में हिंसा मामले में 9 जिले में 13 एफआईआर दर्ज की गईं. जबकि 255 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई. इसके साथ ही सीएम योगी ने शनिवार को सीनियर अधिकारियों के साथ बैठक करके दंगाइयों के खिलाफ सख्त एक्शन लेने के निर्देश दिए.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने आधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि दोषियों पर ऐसी कार्रवाई की जाए कि फिर कोई प्रदेश का माहौल खराब करने के बारे में सोचे भी ना. उन्होंने ट्वीट करके कहा, उपद्रवियों पर कार्रवाई ऐसी हो, जो असामाजिक सोच रखने वाले सभी तत्वों के लिए एक उदाहरण बने और माहौल बिगाड़ने के बारे में कोई सोच भी न सके.' उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, 'माहौल खराब करने की कोशिश करने वाले अराजक तत्वों के साथ पूरी कठोरता की जाएगी. ऐसे लोगों के लिए सभ्य समाज में कोई स्थान नहीं होना चाहिए.'
अपराधियों/माफियाओं के विरुद्ध बुलडोजर की कार्रवाई सतत जारी रहेगी।
किसी गरीब के घर पर गलती से भी कोई कार्रवाई नहीं होगी।
यदि किसी गरीब/असहाय व्यक्ति ने कतिपय कारणों से अनुपयुक्त स्थान पर आवास निर्माण करा लिया है, तो पहले स्थानीय प्रशासन द्वारा उसका समुचित व्यवस्थापन किया जाएगा।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) June 11, 2022
उन्होंने आगे कहा, 'माफिया को संरक्षण देने वालों के साथ सख्ती से निपटा जाएगा तथा माहौल बिगाड़ने की एक भी कोशिश स्वीकार नहीं की जाएगी. साजिशकर्ताओं/अभियुक्तों की पहचान कर यथाशीघ्र गिरफ्तारी की जाएगी. ऐसे लोगों के विरुद्ध NSA अथवा गैंगस्टर एक्ट के तहत नियम-संगत कार्रवाई की जाएगी. अपराधियों/माफियाओं के विरुद्ध बुलडोजर की कार्रवाई सतत जारी रहेगी. किसी गरीब के घर पर गलती से भी कोई कार्रवाई नहीं होगी. यदि किसी गरीब/असहाय व्यक्ति ने कतिपय कारणों से अनुपयुक्त स्थान पर आवास निर्माण करा लिया है, तो पहले स्थानीय प्रशासन द्वारा उसका समुचित व्यवस्थापन किया जाएगा.'
सीएम योगी के इन बयानों पर लोग अपने रिएक्शन दे रहे हैं. आलोक नाम के यूजर ने लिखा, पूरे देश में गिरफ्तार किए दंगाइयों के मुफ्त राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड, प्रधानमन्त्री आवास, किसान सम्मान निधि व अन्य योजनाओं को तत्काल प्रभाव से बन्द करना चाहिए. भविष्य में भी किसी योजना का लाभ न मिले ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए और आगे कार्रवाई के तौर पर ऐसा भी होना गलत नहीं हो सकता.'
Anirudh Goyal नाम के यूजर ने लिखा, 'हिन्दू परिवारों को आत्मरक्षा हेतु लाईसेंसी शस्त्र और प्रशिक्षण मुहैया करवाइये महाराज. ये काम अकेले पुलिसबल नहीं कर सकता. सभ्य और प्रगतिशील होने का अर्थ यह नहीं कि समाज अपनी आत्मरक्षा का अधिकार छोड़ दे. एक अन्य यूजर VISHNU BHARATIY ने लिखा, इनको रोकने का सिर्फ एक ही उपाय है- मकानों पर बुलडोजर चलाने के बाद उनकी परिवार सहित सारी संपत्ति जप्त करके उनको सभी सरकारी सुविधाओं से वंचित कर दिया जाए और उनके परिवार सहित वोट देने के मताधिकार को हमेशा के लिए खत्म कर दिया जाए.'