हरतालिका तीज का त्यौहार विवाहित महिलाएं और कुंवारी कन्याएं दोनों द्वारा रखा जाता है. कुंवारी कन्या अच्छे पति की प्राप्ति के लिए और विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए यह व्रत रखती हैं. यह व्रत निर्जला रखा जाता है यानी व्रत के दौरान किसी प्रकार का अन्न और जल ग्रहण नहीं कर सकते. हरतालिका तीज का व्रत हर साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को रखा जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल हरतालिका तीज का व्रत 31 अगस्त को रखा जा रहा है. हरतालिका तीज व्रत के दौरान भूलकर भी यह काम नहीं करने चाहिए वरना भगवान शिव शंकर और माता पार्वती रूष्ट हो जाते हैं. व्रत के दौरान सोना नहीं चाहिए. व्रत के दौरान महिलाओं को गुस्से पर काबू रखना चाहिए. यह निर्जला व्रत होता है इसलिए भूल कर भी पानी तक ना पीएं. व्रत के दौरान दूध भी नहीं पीना चाहिए. व्रत के दौरान मन में किसी तरह का खोट नहीं लाना चाहिए.