Free Millets scheme: केंद्र सरकार के साथ ही राज्य की उत्तरप्रदेश सरकार लगातार श्रीअन्न को बढ़ावा दे रही है. इसी सड़ी में यूपी में राशन कार्ड धारकों को श्रीअन्न मिला करेगा. जनवरी में कड़ाके की सर्दी के बीच सभी राशन कार्ड धारकों को राशन की दुकानों से निश्शुल्क बाजरा दिया जाएगा.
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लखनऊ : केंद्र सरकार के साथ ही राज्य की उत्तरप्रदेश सरकार लगातार श्रीअन्न को बढ़ावा दे रही है. इसी सड़ी में यूपी में राशन कार्ड धारकों को श्रीअन्न मिला करेगा. जनवरी में कड़ाके की सर्दी के बीच सभी राशन कार्ड धारकों को राशन की दुकानों से निश्शुल्क बाजरा दिया जाएगा. हालांकि जिन लोगों को राशन कार्ड नहीं बना है, उन्हें श्रीअन्न योजना का लाभ नहीं मिलेगा.
वर्तमान में प्रति यूनिट दो किलो गेहूं, तीन किलो चावल नि:शुल्क दिया जाता है. कोटेदारों को जनवरी के लिए चालान जारी कर दिए गए हैं. यह उस माल का चालान है जो कोटेदारों को जारी किया जाता है. इसे भारतीय खाद्य निगम के गोदामों से उठाकर कोटेदारों को राशन कार्ड धारकों को वितरित करना होता है. इस चालान में बाजरा का भी उल्लेख किया गया है, किस कोटेदार को कितना बाजार दिया जा रहा है, यह भी उल्लेख है.
ठंड के दिनों में मोटा अनाज ज्यादा बिकता है. इसमें ज्वार, बाजरा, मक्का सबसे ज्यादा है. अभी थोक बाजार में बाजरा 2,150 रुपये प्रति क्विंटल है. सर्दी में इसका भाव बढ़ने की उम्मीद लगाई जा रही थी लेकिन जिले में 28,46,970 लोगों तक नि:शुल्क बाजरा पहुंचने से बाजार में इसके भाव बढ़ने की उम्मीद खत्म हो गई है. उल्लेखनीय है कि पूरी दुनिया इस साल (2023) अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष मना रही है. चूंकि यह आयोजन भारत की पहल पर ही हो रहा है. इसलिए अलग-अलग राज्यों में इस आयोजन को सफल बनाने की जोरदार तैयारियां चल रही हैं. उत्तरप्रदेश में भी इसे लेकर सभी विभागों ने रणनीति बनाई है.
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नीति आयोग द्वारा जारी एक अध्ययन में बताया गया है कि कैसे पिछले कुछ सालों में मोटे अनाज खेती, पर्यावरण और लोगों की सेहत का आधार बन रहे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक अलग-अलग राज्यों ने स्वस्थ प्रतिस्पर्धा कर मोटे अनाज के उत्पादन व खपत को नयी ऊंचाई दी है. पिछले वित्तीय वर्ष में देश से कृषि व उससे जुड़े उत्पादों के निर्यात में 19.92 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. केंद्रीय कृषि मंत्रालय के आंकड़े के अनुसार भारत ने 2022-23 में (अप्रैल से नवंबर) के बीच 1,04,146 मीट्रिक टन मोटे अनाज का निर्यात किया है, जिसका मूल्य 365.85 करोड़ रुपये है. भारत श्रीअन्न के 5 बड़े निर्यातकों में शामिल हो गया है.