Barabanki:सात दोस्तों ने मिलकर बनाई 12 हजार स्क्वायर फीट लंबी स्वामी विवेकानंद की पेंटिंग, कर रहे हैं ये मांग
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Barabanki:सात दोस्तों ने मिलकर बनाई 12 हजार स्क्वायर फीट लंबी स्वामी विवेकानंद की पेंटिंग, कर रहे हैं ये मांग

स्वामी विवेकानंद जी के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने के लिए बाराबंकी के युवाओं ने सराहनीय काम किया है. यहां 7 युवाओं ने मिलकर 12 हजार स्कॉयर फीट लंबी स्वामी विवेकानंद की पेंटिग बनाई है.

Barabanki:सात दोस्तों ने मिलकर बनाई 12 हजार स्क्वायर फीट लंबी स्वामी विवेकानंद की पेंटिंग, कर रहे हैं ये मांग

नितिन श्रीवास्तव/बाराबंकी : उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में सात दोस्तों ने मिलकर स्वामी विवेकानंद की 12 हजार स्क्वायर फीट में शानदार पेंटिंग बनाई है. इस विशालकाय पेंटिंग के चर्चे पूरे बाराबंकी जिले में हैं. टीम में शामिल एक युवक रवि धीमान पहले ही 10 हजार स्क्वायर फीट की स्वामी विवेकानंद की पेंटिंग बनाकर इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड में अपना नाम दर्ज करा चुका है. युवक की मांग है कि इस पेंटिंग को इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज किया जाए.

स्कूल परिसर तैयार की पेंटिंग

रवि कुमार धीमान नाम के इस युवक ने अपनी टीम के साथ बाराबंकी में लखपेड़ाबाग कॉलोनी स्थित सरस्वती विद्या मंदिर के प्रांगण में स्वामी विवेकानंद का 12 हजार स्क्वायर फीट में यह विशालकाय चित्र बनाकर नया इतिहास रचा है. विद्यालय परिसर में बनाए गए स्वामी विवेकानंद के इस विशालकाय चित्र को बनाने में रवि कुमार धीमान की टीम ने पांच दिन तक कड़ी मेहनत की.

दिन रात किया काम

चित्र को बनाने में बाराबंकी जिले के कोठी उस्मानपुर निवासी रवि कुमार धीमान की टीम ने बीती 8 जनवरी को शुरुआत की. ठिठुरती रातों की परवाह किए बिना अपने सात सहयोगियों के साथ धीमान ने तय समय पर जिले में अब तक का सबसे बड़ा चित्र बना डाला. चित्र बनाने में रवि कुमार धीमान का सहयोग करने वालों में अर्जुन, ब्रजेश कुमार, अनुराग कोविंद, राघवेंद्र प्रताप सिंह, अमन कुमार,राहुल कुमार और शशांक पटेल मुख्य रूप से शामिल रहे.

12 हजार स्क्वायर फीट क्षेत्रफल में बनाए गए रंगोली चित्र को देखने के लिए अब लोगों का तांता लगा हुआ है. रवि कुमार धीमान ने बताया कि उन्होंने अपनी टीम के साथ दिन-रात मेहनत करके 12 हजार स्क्वायर फीट में स्वामी विवेकानंद की यह पेंटिंग बनाई है. रवि कुमार धीमान के मुताबिक वह अपनी इस पेंटिंग को इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज कराना चाहते हैं, उन्होंने मांग करते हुए कहा कि उनकी पेंटिंग को इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज किया जाए.

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