वर्ष 2025 में 4 प्रमुख ग्रह राशि परिवर्तन करने वाले हैं जिससे कुछ राशियों पर शुभ प्रभाव होगा तो वहीं कुछ राशियों पर अशुभ यानी उन्हें इस दौरान संभल कर रहना होगा. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सबसे पहले शुक्र ग्रह, फिर शनि और उसके बाद गुरु राशि परिवर्तन करेंगे.
28 जनवरी 2025 को शुक्र देव कुंभ राशि से मीन राशि में प्रवेश करेंगे और 30 मई तक इस राशि में रहेंगे. इसके बाद 31 मई को मीन से मेष राशि में गोचर करेंगे, जिससे कई जातकों को सुख-संपत्ति और वैवाहिक जीवन में लाभ होगा.
14 मई 2025 को देवगुरु बृहस्पति वृषभ से मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे और 17 अक्टूबर तक इस राशि में रहेंगे. 18 अक्टूबर को बृहस्पति कर्क राशि में जाएंगे और 5 दिसंबर को वक्री होकर फिर मिथुन राशि में लौटेंगे. इस परिवर्तन से मेष कर्क और तुला राशि वालों के लिए शिक्षा, करियर और वित्त में सकारात्मक बदलाव हो सकते हैं.
29 मार्च 2025 को शनिदेव कुंभ से मीन राशि में गोचर करेंगे. इससे मकर राशि के जातकों को साढ़े साती से मुक्ति मिलेगी, जबकि कर्क और वृश्चिक राशि के लोग शनि की ढैय्या से राहत पाएंगे. शनि का यह गोचर जून 2027 तक प्रभावी रहेगा.
18 मई 2025 को राहु मीन से कुंभ राशि में प्रवेश करेगा. यह गोचर लोगों की सोच, कार्यक्षमता और अनुकूलता पर प्रभाव डालेगा, खासकर कुंभ राशि के लिए. यानी इस दौरान कुंभ राशि वालों को हर निर्णय सोच-समझ कर लेना है कोई जल्दबाजी नहीं करनी है.
18 मई 2025 को ही केतु कन्या से सिंह राशि में प्रवेश करेगा. यह परिवर्तन कन्या राशि के जातकों के लिए आध्यात्मिकता, आत्म-विश्लेषण और पारिवारिक संबंधों पर गहरा प्रभाव डालेगा. ऐसे में परिवार के साथ मिलकर ही फैसला लेना उचित होगा, नहीं तो परिवार टूट सकता है.
शुक्र, शनि और राहु के गोचर से मीन राशि के जातकों को नई शुरुआत का अवसर मिलेगा. मायावी ग्रहों से मुक्ति मिलते ही जीवन के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में स्थिरता और प्रगति होगी. जो जातक नौकरी की तलाश में या प्रमोशन की कोशिश में लगे हैं उनकी कामना पूरी होगी. वहीं व्यापारी वर्ग को रुका हुआ पैसा बाजार से मिलेगा.
शनि की साढ़े साती से मुक्ति मकर राशि के जातकों के लिए लंबे समय से चली आ रही बाधाओं को समाप्त करेगी. करियर और धन-संबंधी मामलों में सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेंगे. आपको करियर में तरक्की या मनचाही जगह तबादला हो सकता है. आर्थिक मामलों में लाभ के योग बनेंगे.
शनि की ढैय्या से मुक्ति कर्क और वृश्चिक राशियों के जातकों के जीवन में संतुलन और शांति लेकर आएगी. मेहनत का फल मिलने के साथ ही नई संभावनाएं उभरेंगी. प्रेम और वैवाहिक जीवन में स्थिरता आएगी. साथी से मनमुटाव दूर होगा. संतान पक्ष से खुशखबरी मिलेगी.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहों का यह समग्र प्रभाव कई राशियों के लिए जीवन में बड़े बदलाव और अप्रत्याशित लाभ लेकर आएगा. ग्रहों के गोचर से बनने वाले शुभ योग हर क्षेत्र में प्रगति का मार्ग प्रशस्त करेंगे. शुभ फल प्राप्ति के लिए सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य दें. अपनी राशि स्वामी के मंत्र का जाप करें.
दी गई जानकारी पंचांग और ज्योतिषीय मान्यताओं पर आधारित है. इसकी विषय सामग्री और एआई द्वारा काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.