रामलला की मूर्ति बनाए जाने का काम शुरू, इस प्रसिद्ध मूर्तिकार को मिली जिम्मेदारी
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand1658490

रामलला की मूर्ति बनाए जाने का काम शुरू, इस प्रसिद्ध मूर्तिकार को मिली जिम्मेदारी

अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है. रामलला की मूर्ति बनाने के लिए मूर्तिकार अयोध्या पहुंच चुके हैं. रामलला की मूर्ति 5 साल के आयु वाले मुख में मधुर मुस्कान और खड़े मुद्रा में हाथ में धनुष लिए हुए होंगे. 

रामलला की मूर्ति बनाए जाने का काम शुरू, इस प्रसिद्ध मूर्तिकार को मिली जिम्मेदारी

सत्यप्रकाश/अयोध्या: राम मंदिर निर्माण को लेकर मंगलवार को श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट की दो दिवसीय बैठक संपन्न हुई. बैठक में राम मंदिर में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कराए जाने को लेकर मंथन किया गया. ट्रस्ट के मुताबिक बैठक में रामलला की मूर्ति बनाए जाने पर भी निर्णय लिया गया है. मूर्तिकार अयोध्या पहुंच चुके हैं. इस बैठक में ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, उडुप्पी पीठाधीश्वर विश्व तीर्थ प्रसन्नाचार्य, कामेश्वर चौपाल, अयोध्या राजा विमलेंद्र मोहन मिश्र, डॉ अनिल मिश्रा, निर्मोही अखाड़ा के महंत दिनेंद्र दास के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंददेव गिरी भी मौजूद रहे.

राम मंदिर ट्रस्ट के प्रमुख सदस्य उडुप्पी पेजावर मठ के पीठाधीश्वर विश्व तीर्थ प्रसन्नाचार्य ने कि बताया कि मंदिर निर्माण कार्य संतोषजनक है. जून तक मंदिर छत को ढाले जाने का कार्य पूरा कर लिया जाएगा.मंदिर में भगवान के प्राण प्रतिष्ठा जनवरी 2024 सूर्य उत्तरायण आते ही कराए जाने के लिए ज्योतिषचार्य विद्वानों से तिथि पर मंथन किया जा रहा है. इस दौरान किस प्रकार के उत्सव होंगे, इसकी तैयारी मई माह में होने वाली बैठक में विचार किया जाएगा. वहीं उन्होंने कहा कि मूर्ति किस प्रकार से बनना है सभी चित्रों को एकत्र करके अंतिम रूप दिया गया है. भगवान रामलला की मूर्ति 5 साल के आयु वाले मुख में मधुर मुस्कान और खड़े मुद्रा में हाथ में धनुष लिए हुए होंगे. कर्नाटक के कारकर और हिग्रेवनकोटे गांव से लाये गये पत्थरों पर मूर्ति का कार्य किया जाएगा. 

कौन हैं अरुय योगीराज

मैसूर मूर्तिकार अरुण योगीराज रामलला की मूर्ति बनाने के लिए अयोध्या पहुंचे हैं. अरुण योगीराज ने ही केदारनाथ में आदि शंकराचार्य की 12 फुट ऊंची प्रतिमा भी तैयार की थी, जिसका अनावरण पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था. योगीराज द्वारा बनाई गई अन्य मूर्तियों में मैसूरु में महाराजा जयचामराजेंद्र वडेयार की 14.5 फुट की सफेद संगमरमर की प्रतिमा और स्वामी रामकृष्ण परमहंस की आदमकद सफेद संगमरमर की प्रतिमा विश्व विख्यात हैं. 

यह भी पढ़ें: Nikay Chunav 2023:निकाय चुनाव में क्लीन स्वीप का मंत्र देंगे सीएम योगी, गोरखपुर मंडल में तैयारियों की करेंगे समीक्षा

मूर्तिकला से पहले वो एक निजी फर्म में काम करते थे. राम मंदिर में कर्नाटक से आई श्यामशिला से ही रामलला की मूर्ति बनेगी. राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल के मुताबिक  राम मंदिर में चल रहे कार्य और रामसेवक पुरम में होने वाले कार्य को लेकर कार्यालय के लिए 3 ऑफिस कंटेनर मंगाया गया है.जिन्हें एक रामसेवक पुरम और दो अन्य स्थानों पर लगाया गया है. वहीं बताया कि रामसेवक पुरम में जो कार्य प्रारंभ किया जाएगा उसकी व्यवस्था की जा रही है. 

Trending news