जुमे की नामज के बाद कोई भीड़ इकठ्ठा ना हो और ना ही कोई जलसा हो: शिया वक्फ बोर्ड
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जुमे की नामज के बाद कोई भीड़ इकठ्ठा ना हो और ना ही कोई जलसा हो: शिया वक्फ बोर्ड

बोर्ड के अध्यक्ष अली ज़ैदी ने बताया कि पिछली 10 जून को देश के विभिन्न राज्यों में जुमे की नमाज के बाद हुए उपद्रव से उपजे हालात के मद्देनजर यह आदेश जारी किया गया है. उन्होंने बताया कि यह व्यवस्था अगले आदेशों तक लागू रहेगी.

 शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष अली जैदी (फाइल फोटो)

विशाल रघुवंशी/लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कल जुमे की नमाज अदा होनी है, ऐसे में शिया वक्फ बोर्ड के अधीन समस्त वक्फ मस्जिदों के मुतवल्लियों को बोर्ड के चैयरमैन की तरफ से निर्देश जारी हुए है. चैयरमैन शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड अली जैदी ने लिखित आदेश पारित करते हुए सभी मुतवल्लियों को निर्देशित किया है कि हर जुमे की नामज के बाद कोई भीड़ इकठ्ठा ना हो और ना ही कोई जलसा हो. 

कानपुर और प्रयागराज में हो चुकी है हिंसा
3 जून और 10 जून को जुमे की नमाज के बाद कानपुर और प्रयागराज में उपद्रव और हिंसा की घटना हुई थी. इसके अलावा प्रदेश के कई अन्य जिलों में भी घटनाएं हुई थीं. इसके बाद से पूरे प्रदेश में अलर्ट जारी किया गया है.  अली जैदी ने लिखित आदेश में कहा है कि हर जुमे की नामज और तमाम नमाजों में कोई ऐसी तकरीर ना हो, जिससे आपसी सौहार्द और शांति व्यवस्था भंग हो और नाही नामज के बाद कोई भीड़ इकठ्ठा हो और ना कोई जलसा हो. इस आदेश की एक प्रति प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों और पुलिस प्रमुखों को भी भेजी गई है.

बोर्ड के अध्यक्ष अली ज़ैदी ने बताया कि पिछली 10 जून को देश के विभिन्न राज्यों में जुमे की नमाज के बाद हुए उपद्रव से उपजे हालात के मद्देनजर यह आदेश जारी किया गया है. उन्होंने बताया कि यह व्यवस्था अगले आदेशों तक लागू रहेगी.

कल का दिन है महत्वपूर्ण
उत्तर प्रदेश में जुमे की नमाज के दौरान शांति व्यवस्था बहाल रखने के लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. संवेदनशील इलाकों में पुलिस बल को मुस्तैद कर दिया गया है. वहां पर कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पैदल मार्च भी कराया गया है. उत्तर प्रदेश में नुपुर शर्मा के बयान पर विवाद गहराया हुआ है. 3 जून को कानपुर में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी के बाद भी हिंसा भड़की थी. 

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