UP Crime News: नहीं हो सकी मुख्तार अंसारी और बृजेश सिंह की पेशी, पांचवें गवाह अफरोज की हुई गवाही
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UP Crime News: नहीं हो सकी मुख्तार अंसारी और बृजेश सिंह की पेशी, पांचवें गवाह अफरोज की हुई गवाही

UP Crime News: गाजीपुर की एमपी एमएलए कोर्ट में आज बीते 2001 के बहुचर्चित उसरी चट्टी कांड में मुख्तार अंसारी और बृजेश सिंह की पेशी होनी थी, लेकिन तारीख पर दोनों माफिया नहीं पहुंचे. हालांकि, दोनों तरफ के वकील न्यायालय में मौजूद रहे.

UP Crime News: नहीं हो सकी मुख्तार अंसारी और बृजेश सिंह की पेशी, पांचवें गवाह अफरोज की हुई गवाही

गाजीपुर: गाजीपुर की एमपी एमएलए कोर्ट में आज बीते 2001 के बहुचर्चित उसरी चट्टी कांड में मुख्तार अंसारी और बृजेश सिंह की पेशी होनी थी, लेकिन तारीख पर दोनों माफिया नहीं पहुंचे. हालांकि, दोनों तरफ के वकील न्यायालय में मौजूद रहे. इस हाई प्रोफाइल मुकदमें में आज, 17 जनवरी को मुख्तार अंसारी गवाही के लिए बांदा जेल से पुलिस अभिरक्षा में गवाही के लिए आने वाले थे, लेकिन एमपी एमएलए कोर्ट गाजीपुर में जेल व पुलिस प्रशासन उन्हें पेश नहीं कर सका. हालांकि, उनकी तरफ से एक महत्वपूर्ण गवाह अफरोज उर्फ चुन्नू बतौर गवाह पेश हुए. आइए बताते हैं.

एडीजीसी क्रिमिनल नीरज ने दी जानकारी
इस प्रकरण में एडीजीसी क्रिमिनल नीरज श्रीवास्तव ने बताया कि उसरी कांड में अगली तारीख 23 जनवरी पड़ी है. वहीं, आज मुख्तार अंसारी बाराबंकी व एक अन्य केस में वर्चुअल पेशी की तारीख होने के कारण गाज़ीपुर की एमपी-एमएलए की अदालत में पेश नही हो सके और उनकी अगली तारीख पर पेशी के लिए कोर्ट ने जो पुराना आदेश दिया है, वह प्रभावी है.

नीरज श्रीवास्तव ने यह भी बताया कि आज मुकदमे के गवाह अफरोज ने अपनी बात न्यायालय के सामने रखी है. उसने अपनी गवाही में कहा है कि वह बृजेश सिंह, त्रिभुवन सिंह और अनिल सिंह को पहले से पहचानता था और उस घटना में उन्हीं लोगों को उसने पहचाना भी है. उन्होंने बताया कि कोई भी गवाह होरस्टाईल नहीं हुआ है. अभी तक पांच गवाह इस केस में गुजर चुके हैं और सभी अपने 161 के बयान पर कायम हैं.

मुख्तार अंसारी के काफिले पर हुआ था हमला
साल 2001 में घटित उसरी चट्टी कांड में दर्ज मुकदमे में भाजपा एमएलसी बृजेश सिंह व त्रिभुवन सिंह समेत कुल पांच लोग नामजद हैं. इनके अलावा मुख्तार अंसारी द्वारा 15-20 अज्ञात के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज करवाया गया था. उत्तर प्रदेश में घटित संगठित अपराधों की सूची में उसरी चट्टी कांड बड़े वारदात के रूप में दर्ज है. जुलाई 2001 में मुहम्मदाबाद कोतवाली क्षेत्र के यूसुफपुर कासिमाबाद मार्ग पर उसरी चट्टी के पास मऊ सदर विधायक मुख्तार अंसारी के काफिले पर हमला हुआ था.

आपको बता दें कि मुख्तार अंसारी का काफिला गुजर रहा था, तभी सामने खड़े ट्रक में सवार बदमाशों ने अंधाधुंध गोलियां झोंक दीं. ट्रक के जिस तरफ से गोलियां चल रही थीं, उस ओर लोहे की मोटी चादर खड़ी की गई थी, ताकि दूसरे पक्ष से गोलियां दागी जाएं तो चादर को पार न कर पाएं. इसी के पीछे छिपकर बदमाश फायरिंग कर रहे थे.

इस हमले में मुख्तार के बॉडीगार्ड व हमलावर पक्ष से मनोज राय नाम के शूटर की गोली लगने से मौके पर ही मौत हो गई थी. एक घायल ने बाद में दम तोड़ दिया था. जबकि, हमले में 9 अन्य लोग घायल हुए थे. मुख्तार अंसारी ने इस मामले में बृजेश सिं​ह और त्रिभुवन सिंह के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया था. इसमें भाजपा विधायक कृष्णानंद राय का नाम भी सामने आया था.

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