उत्तरप्रदेश की योगी सरकार बड़े-बड़े बाहुबलियों को सलाखों के पीछे पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है. इसी कड़ी में बाहुबली पूर्व विधायक राजन तिवारी को नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तार किया गया है.
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बस्ती: बाहुबली पूर्व विधायक राजन तिवारी नेपाल भागने के क्रम में नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तार हो गया है. यूपी पुलिस के इनपुट पर हरैया थानाध्यक्ष ने गिरफ्तार किया है. यूपी पुलिस को इनपुट थी कि राजन तिवारी यूपी पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए नेपाल भागेगा. इनपुट मिलने पर यूपी एसटीएफ और कैंट थाना की पुलिस ने मोतिहारी पहुंचकर मोतिहारी एसपी से सहयोग मांगा, जिसके बाद सफारी गाड़ी से नेपाल भागने के दौरान हरैया बॉर्डर पर राजन तिवारी को हरैया पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पूर्व विधायक राजन तिवारी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था. दिसम्बर 2005 में उनके खिलाफ यूपी कोर्ट से गैर जमानती वारंट जारी हुआ था.
गैंगस्टर एक्ट के तहत हुई थी कार्रवाई
यूपी का डॉन श्री प्रकाश शुक्ला और राजन तिवारी के साथ चार अपराधियो पर गोरखपुर के कैंट थाना में 15 मई 1998 को गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई थी. 2005 से कोर्ट से लगभग 100 वारन्ट जारी हुआ था पर एक भी वारंट कैंट थाना की रिकॉर्ड में कभी पहुंचा ही नहीं. वारन्ट गायब करने का खेल अब तक चलता रहा. यूपी में योगी सरकार बनने के बाद अपराधियों को सजा दिलवाने के लिए ऑपरेशन शिकंजा अभियान में राजन तिवारी के मुकदमा को शामिल कर इनाम की घोषणा की गई थी. यूपी पुलिस राजन तिवारी को गिरफ्तार कर हिरासत में ले लिया है.
दो बार विधायक निर्वाचित हुए
राजन तिवारी मूल रूप से उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के सोहगौरा गांव के रहने वाले हैं. छात्र जीवन में राजन तिवारी ने अपराध की दुनिया में कदम रख दिया. बाहुबली डॉन श्रीप्रकाश शुक्ला के साथ उनका आपराधिक गठजोड़ सूर्खियों में रहा है. महाराजगंज के लक्ष्मीपुर सीट से विधायक रहे वीरेंद्र प्रताप शाही पर हुए हमले में भी राजन तिवारी का नाम सामने आया था. राजन तिवारी दो बार विधायक निर्वाचित हो चुके हैं. पूर्वी चंपारण के गोबिदगंज से लोक जनशक्ति पार्टी से विधायक चुने गए थे. यूपी के महराजगंज की लक्ष्मीपुर विधानसभा सीट से विधायक रहे वीरेंद्र प्रताप शाही पर हमले में भी राजन तिवारी का नाम आया था. इस मामले में श्रीप्रकाश शुक्ला और राजन तिवारी के साथ चार लोगों को आरोपी बनाया गया था. इस मामले में वह 2014 में बरी हो चुके हैं. राजन तिवारी हाईप्रोफाइल मार्क्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी विधायक अजीत सरकार के मर्डर केस में भी आरोपी बनाए गए थे. इस मामले में पटना उच्च न्यायालय से उन्हें बरी किया गया था.