मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एक्शन मोड़ में होने के बावजूद बिजनौर में जिला पंचायत की बेशकीमती जमीन दस्तावेजों में हेराफेरी कर बेच दी गई.
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राजवीर चौधरी\ बिजनौर : एक तरफ सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भूमाफिया के खिलाफ एक्शन में हैं तो वहीं बिजनौर में भूमाफिया के हौंसलों का बुलंद अंदाज देखने को मिला है. यहां के भूमाफिया ने जिला पंचायत की करोड़ों की जमीन बेच दी और जिले के किसी अफसर को इसकी भनक तक नहीं लगी. अब जब मामला प्रकाश में आया तब जिले के सभी अफसरों के हाथ पैर फूल गए हैं. आनन-फानन में जिला पंचायत अध्यक्ष की ओर से उक्त जमीन से कब्जा हटा दिया गया है.
चार अलग-अलग लोगों को किया बैनामा
दरअसल, यह पूरा मामला बिजनौर के नहटोर थाना क्षेत्र का है जहां जिला पंचायत विभाग की पौने तीन बीघे जमीन को राजेंद्र सिंह नाम के एक शख्स ने फर्जी तरीके से बेच दी. राजेंद्र सिंह के हौंसलों का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उसने करीब 27 सौ गज की जमीन चार अलग-अलग लोगों को बैनामा तक कर दिया. जिन चार लोगों के नाम जमीन बैनामा किया गया है उनके नाम अजमल, दीपक, कृष्ण कुमार और अकबर है. चारों को यह बैनामा इसी माह के 14 तारीख को किए गए.
अफसरों को खबर तक नहीं
खास बात यह है कि राजेंद्र सिंह ने यह जमीन बेच दी और अफसरों को कानों कान खबर तक नहीं लगी. बताया जा रहा है कि राजेंद्र सिंह की ओर से यह जमीन दस्तावेजों में हेराफेरी कर बेची गई है. अब जब मामले का खुलासा हुआ तो अफसरों में हड़कंप मच गया है.
जमीन से अवैध कब्जा हटवाया
मामले का खुलासा होने के बाद आनन-फानन में शनिवार को जिला पंचायत अध्यक्ष साकेंद्र प्रताप और जिला पंचायत अधिकारी श्याम बहादुर शर्मा ने उक्त सरकारी भूमि से अवैध कब्जा हटवाया और सरकारी जमीन पर बाउंड्री कराने का काम शुरू कर दिया है. अब अधिकारियों का कहना है कि मामले में किसी को बख्शा नहीं जाएगा.