बुलंदशहर के लाल ने सीने में खाई 17 गोलियां, अब वीर सपूत के नाम से जाना जाएगा अंडमान का यह द्वीप समूह
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बुलंदशहर के लाल ने सीने में खाई 17 गोलियां, अब वीर सपूत के नाम से जाना जाएगा अंडमान का यह द्वीप समूह

पीएम मोदी ने अंडमान निकोबार द्वीप समूह के 21 द्वीपों में से एक द्वीप का नाम बुलंदशहर के लाल योगेंद्र यादव के नाम पर रखने में गांव में खुशी का माहौल.

 

बुलंदशहर के लाल ने सीने में खाई 17 गोलियां, अब वीर सपूत के नाम से जाना जाएगा अंडमान का यह द्वीप समूह

मोहित गोमत/बुलंदशहर : अंडमान निकोबार द्वीप समूह के 21 द्वीपों के नाम अलग-अलग परमवीर चक्र विजेताओं के नाम पर रखे जा रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुभाष चंद्र बोस की जयंती के मौके पर यह नामकरण किया है. इसी क्रम में 21 उपमहाद्वीप में से एक द्वीप का नाम बुलंदशहर के रिटायर्ड सूबेदार मेजर योगेंद्र यादव के नाम पर कर दिया गया है.

जीवित रहते हुए मिला सम्‍मान
उपमहाद्वीप का नाम योगेंद्र यादव के नाम पर होने से पैतृक गांव में खुशी का माहौल है. योगेंद्र यादव के चचेरे भाई ने बताया कि उनके भाई ने कारगिल के युद्ध में दुश्मन की 17 गोलियां अपनी छाती पर झेली थी. इसके बावजूद वह लगातार युद्ध में लड़ते रहे और ऐसे योद्धा बने जिसे जीवित रहते हुए परमवीर चक्र से नवाजा गया. 

ग्रामीणों ने पीएम को दिया धन्‍यवाद 
योगेंद्र यादव के नाम पर उपमहाद्वीप का नाम रखने के बाद सूबेदार मेजर योगेंद्र यादव के गांव वालों ने देश के प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया. गांव वालों ने कहा कि यह उनके परिवार, जनपद बुलंदशहर ही नहीं पूरे देश के लिए गर्व की बात है और वह इस सम्मान के लिए बार-बार देश के प्रधानमंत्री को धन्यवाद देते हैं. 

गांव लौटने पर होगा जोरदार स्‍वागत 
योगेंद्र के चचेरे भाई कमल यादव ने बताया कि जैसे ही योगेंद्र गांव वापस लौट आएंगे तो उनका ढोल नगाड़ों के साथ स्‍वागत किया जाएगा. उनके सम्मान में एक विशाल सभा का आयोजन किया जाएगा. आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार ने सूबेदार मेजर योगेंद्र सिंह यादव के सम्मान में गांव औरंगाबाद अहीर में एक प्राथमिक चिकित्सालय का भी निर्माण करवाया है, जिसे सूबेदार मेजर योगेंद्र सिंह यादव के नाम पर ही रखा गया है.

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