Raebareli Nikay Chunav Result 2023: क्या कांग्रेस बचा पाएगी यूपी में अपना आखिरी किला, जानिए क्या कहते हैं निकाय चुनाव के शुरुआती रुझान
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Raebareli Nikay Chunav Result 2023: क्या कांग्रेस बचा पाएगी यूपी में अपना आखिरी किला, जानिए क्या कहते हैं निकाय चुनाव के शुरुआती रुझान

Raebareli Nikay Chunav Result 2023: रायबरेली जिले में पहले चरण के अंतर्गत 4 मई को वोटिंग हुई थी. इस बार 53.06 मतदान हुआ है. आइए जानते हैं वोटों की गिनती के शुरुआती रुझान में कांग्रेस के गढ़ में कैसा है बीजेपी, कांग्रेस और सपा का प्रदर्शन.

Raebareli Nikay Chunav Result 2023: क्या कांग्रेस बचा पाएगी यूपी में अपना आखिरी किला, जानिए क्या कहते हैं निकाय चुनाव के शुरुआती रुझान

Raebareli Nikay Chunav Result 2023: रायबरेली में 9 नगर पंचायत और 1 नगरपालिका है. नगर पालिका में एक नगर पालिका अध्यक्ष और 34 सभासद है. शनिवार सुबह से वोटों की गिनती जारी है, शुरुआती रुझान में कई नगर पंचायतों में निर्दलीय प्रत्याशी भी अच्छा प्रदर्शन करते दिख रहे हैं. नई आरक्षण सूची के तहत रायबरेली नगर पालिका अध्यक्ष (अनुसूचित जाति) का प्रत्याशी चुनाव लड़ रहा है. पिछली बार नगर पालिका पर कांग्रेस की जीत हुई थी. लेकिन कांग्रेस के चेयरमैन बाद में बीजेपी में शामिल हो गई.  पिछले 5 साल में इन निकायों में लगभग 75 हजार नये वोटर बने हैं. यह मतदाता पहली बार शहर की सरकार चुनेंगे. अगर आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो 2017 में 2,43,719 मतदाता थे. इस बार 3,19,617 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. रायबरेली में पहले चरण के तहत 4 मई को वोटिंग हुई थी. 

यहां समाजवादी पार्टी ने पारसनाथ नगर पालिका अध्यक्ष के लिए प्रत्याशी बनाया था. वहीं निकाय चुनाव में अपना खोया हुआ वोटबैंक वापस लाने में जुटी कांग्रेस ने सत्रोहन सोनकर को मौका दिया. प्रतिभा शुक्ला प्रभारी मंत्री का पूरा फोकस निकाय चुनाव पर रहा. नगर पालिका परिषद रायबरेली से शालिनी कनौजिया को प्रत्याशी बनाया गया है. सपा प्रत्याशी पारसनाथ 1995 और 2000 में नगर पालिका का चुनाव लड़ चुके हैं. इस बार भी उन्होंने पूरी ताकत से चुनाव लड़ा. 
कांग्रेस की प्रतिष्ठा दांव पर
रायबरेली सीट भाजपा और सपा से अधिक कांग्रेस के लिए साख का मुद्दा है. यहां से कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी सांसद हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में भी रायबरेली की जनता ने उन्हें यहां से सांसद बनाया. जबकि अमेठी सीट से राहुल गांधी को हार का सामना करना पड़ा था. ऐसे में अब देखना ये है कि निकाय चुनाव में कांग्रेस क्या लोगों का वह भरोसा बरकरार रखने में कामयाब रहती है या बीजेपी और सपा यहां नया विकल्प बनने में सफल होंगे.
जिले में 9 नगर पंचायत और उनमें आरक्षण की स्थिति
1-महाराजगंज अनारक्षित
2-बछरावां अनारक्षित
3-शिवगढ़ अनुसूचित जाति महिला
4-सलोन पिछड़ा वर्ग
5-परशदेपुर अनारक्षित
6-नसीराबाद अनारक्षित
7-ऊंचाहार पिछड़ा वर्ग महिला
8-डलमऊ अनारक्षित
9-लालगंज नगर पंचायत महिला

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