CM Yogi Adityanath In Ayodhya: उत्तर प्रदेश की राजनीति में इस समय माफिया सरगना बनाम मठाधीश मुख्यमंत्री पर वारपलटवार लगातार जारी है. सीएम योगी आदित्यनाथ और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बीच तीखी जुबानी जंग काफी समय से चल रही है.
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लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजनीति में इस समय माफिया सरगना बनाम मठाधीश मुख्यमंत्री पर वारपलटवार लगातार जारी है. सीएम योगी आदित्यनाथ और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बीच तीखी जुबानी जंग काफी समय से चल रही है. इस बार भी दोनों ओरे तीखे प्रहार किए गए. दरअसल, भेड़िये के आतंक से जूझ रहे लोगों से समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुलाकात की और फिर मीडिया से भी बात की जिसमें उन्होंने योगी सरकार हुए एनकाउंटर और जानवरों से निपटने की सरकार की रणनीति पर सवाल खड़े किए. इसके अलाव उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर भी कुछ डेटा और योगी सरकार को घेरते हुए अपना पोस्ट डाला है. वहीं, दूसरी ओर सीएम योगी ने मिल्कीपुर में सपा शासन काल का जिक्र कर करते हुए गुंडई को लेकर निशाना साधा.
एसटीएफ में कौन से वर्ग के कितने अधिकारी हैं
उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स को लेकर प्रदेश में जारी सियासत फिर से जोर पकड़ रहा है. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व कन्नौज सांसद अखिलेश यादव ने एक डेटा पेश किया जिसके जरिए उन्होंने बताया कि एसटीएफ में कौन से वर्ग के कितने अधिकारी हैं. सपा नेता ने बड़ा दावा किया है कि पीडीए से 2 और अन्य से 21 अधिकारी एसटीएफ में हैं. अखिलेश यादव ने ये भी कहा कि‘सरेआम ठोको फोर्स’ में तैनात लोगों का आंकड़ा बताता है कि ये तथाकथित ‘विशेष कार्य बल’ (विकाब) कुछ बलशाली कृपा-प्राप्त कलोगों का ‘व्यक्तिगत बल’ बन गया है.
अखिलेश ने आंकड़े जारी किए
सपा अध्यक्ष अखिलेश ने लिखा कि जो जनसंख्या में 10% हैं, उनको 90% तैनाती व जो जनसंख्या में 90% हैं, उनकी तैनाती 10% . इसका मतलब ये है कि इस बल के इस्तेमाल करने का कोई तो खास मकसद है, जिसकी वजह से ऐसी तैनाती हुई है.
'स्पेशल ठाकुर फोर्स'
प्रदेश में होने वाले एनकाउंटर को लेकर भी अखिलेश यादव और सपा के रुख की बात करें तो सुल्तानपुर में मंगेश यादव के एनकाउंटर के बाद से एसटीएफ पर सवाल विपक्ष की ओर से खड़े किए जाते रहे हैं. बीते दिनों एक साक्षात्कार में एसटीएफ को अखिलेश ने स्पेशल ठाकुर फोर्स बताया था.
जंगली जानवरों से लोग मर रहे मीडिया में भी दिखाया
वहीं, बहराइच में अखिलेश यादव ने कहा कि मैंने किसी महंत संत सन्यासी के बारे में कभी कुछ नहीं कहा लेकिन वो ना जाने इसको किस तरह से ले रहे हैं ऐसे में उन्हें मठाधीश मुख्यमंत्री कहना चाहिए. एसटीएफ में सबसे ज्यादा जौनपुर के लोग हैं आखिर इसके पीछे किसका हाथ है. अखिलेश ने इस दौरान कहा कि चुनाव के समय पीएम मोदी ने कहा था कि जानवरों की समस्या का समाधान यूपी में होगा, हमारा रोड मैप तैयार है पर रोज छुट्टा जानवरों से लोगों की जान जा रही है. सपा ने सरकार को बताने का प्रयास किया है कि जंगली जानवरों से लोग मर रहे मीडिया में भी दिखाया लेकिन मदद नहीं की.
काम करने का मौका नहीं दिया
बहराइच में भेड़िया के हमले में पीड़ितों की समाजवादी पार्टी ने मदद की है. मृतकों को 50000 घायलों को 25 हजार की आर्थिक मदद दी गई है. यहां उन्होंने कहा कि हमारी मांग है मृतक के परिवारवालों को 10 लाख घायलों को 1 लाख मुआवजा सरकार दे. जानवरों से समस्या के समाधान के लिए एसटीएफ होनी चाहिए उनसे बोलना चाहिए गीदड़ को देखते ही ठोक दो. आईएएस आईपीएस पर दंडात्मक कार्रवाई होनी है. जिनको इन कामों पर लगाया गया था इस काम के लिए दिया गया अरबों का फंड कहां गया. अखिलेश ने कहा कि जिन मंत्री का विभाग है उन्हे भी काम करने का मौका नहीं दिया जा रहा.
एक हैं सपा के मुखिया व दूसरा पाकिस्तान
वहीं, दूसरी ओर सीएम योगी ने भी अयोध्या के मिल्कीपुर में सपा के शासन काल का जिक्र कर चुन चुनकर निशाने साधे. उन्होंने कहा कि जनता से अपील है कि सपा और कांग्रेस को दंगा फैलाने के मौके मत दो. सीएम ने ये भी कहा कि अयोध्या में हर साल जो दीपोत्सव से रामभक्तों को खुशी मिलती है इससे केवल दो लोगों को तकलीफ होती है एक हैं सपा के मुखिया व दूसरा पाकिस्तान.
यहां सीएम योगी ने अखिलेश को माफियाओं का सरगना बताया है. बबुआ बाहर नहीं निकलता था. सीएम योगी ने सपा सरकार में गुंडागर्दी का भी आरोप मढ़ा. योगी आदित्यनाथ ने मिल्कीपुर की सभा में अखिलेश यादव पर इशारों-इशारों में बड़ा हमला करते हुए बोला कि अगर माफिया पर एक्शन होता है तो उसके सरगना को दर्द होता है. उन्होंने कहा कि सपा सरकार में गुंडागर्दी चरम पर थी. आपको बता दें कि मिल्कीपुर में सीएम योगी ने 1,000 करोड़ से अधिक की 83 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास किया. सीएम ने ये भी कह दिया कि बबुआ घर में सोता था, 12 बजे उठता था और माफिया समानांतर सरकार चलाते रहे थे.
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