UP News: उत्तर प्रदेश के पूर्व रणजी खिलाड़ी और यूपी की योगी सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण मुस्लिम वक्फ और हज राज्य मंत्री मोहसिन रजा ने यूपीसीए (उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन)पर गंभीर आरोप लगाए हैं. पढ़िए पूरी खबर ...
Trending Photos
Mohsin Raza Allegations On UPCA: उत्तर प्रदेश के पूर्व रणजी खिलाड़ी और यूपी की योगी सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण मुस्लिम वक्फ और हज राज्य मंत्री मोहसिन रजा ने यूपीसीए (उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन)पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (UPCA) के पदाधिकारियों पर उन्होंने कई तरह के भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे. जिसके बाद UPCA ने सभी आरोपों को गलत बताया. हालांकि भ्रष्टाचार के आरोप का मामला फिर से तूल पकड़ रहा है.
कोर्ट जाने की कर रहे तैयारी
अब मोहसिन रजा कोर्ट जाने की तैयारी में हैं. उन्होंने कहा कि UPCA में फैले भ्रष्टाचार के बारे मुख्यमंत्री को पूरी जानकारी दे दी है. इसके बाद आगे की कार्रवाई कर रहे हैं. उन्होंने कहा- गलत ढंग से एक सोसाइटी को कंपनी बना दिया गया. बच्चों को मौके नहीं दिए जा रहे. सिलेक्शन के नाम पर सीधे लाखों रुपए लिए जा रहे हैं.
यूपी की हो एक से अधिक रणजी टीम
मोहसिन रजा ने आगे बताया कि यूपी में प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की कमी नहीं है. UPCA में सुधार की मांग को लेकर वह मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री से भी मिले हैं. यहां पर मौके कम हैं. इसलिए यूपी जैसे राज्य में एक से अधिक क्रिकेट संघ होने चाहिए. हमारी एक से अधिक टीम होनी चाहिए. इससे यहां कि खिलाड़ियों को अपना खेल दिखाने के ज्यादा अवसर मिलेंगे.
UPCA में भ्रष्टाचार की शिकायतें
UPCA में भ्रष्टाचार की कई शिकायत आई हैं. क्रिकेट एसोसिएशन कंपनी एक्ट में चली गई है. 2005 में एक नेता के प्रभाव में इसे सोसाइटी की जगह कंपनी एक्ट में बदल दिया गया. हमने जिस समय रणजी खेला था. उस समय यह एक सोसाइटी थी.
खिलाड़ियों से मांगे जा रहे हैं पैसे
उन्होंने आगे बताया कि खिलाड़ियों से पैसे के लेन-देन के मामले सामने आ रहे हैं. मेरे पास कई ऑडियो हैं. अंडर-16 में रेट खोल दिए 15 लाख, अंडर-23 में 25 लाख है. रणजी ट्राफी में किसी अन्य राज्य से लाकर लोगों को कप्तान बना दिया गया. लगातार करोड़ों रुपए की उगाही की जा रही है. UPCA में 8 ऐसे पदाधिकारी हैं, जिन पर आपराधिक मामले हैं. जिसके लिए खिलाड़ियों को आवाज उठानी चाहिए.
सीएम को दी जानकारी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पूरे घटनाक्रम के बारे में जानकारी दी है. यूपी में यह बड़ी घटना है. यूपी सरकार ऐसे मामलों में तुरंत कार्रवाई करती है. डायरेक्टर, सिलेक्टर और ऑफिशियल के खिलाफ अलग-अलग जिलों में मुकदमा दर्ज है. हम लोगों को न्याय दिलाने के लिए लड़ रहे हैं. इसको लेकर हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे.
UPCA है एक पंजीकृत संस्था
उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन 1955-56 की पंजीकृत संस्था है. इसे गलत तरीके से सोसायटी से कंपनी में कन्वर्ट कर दिया गया. इस प्रक्रिया में लोढ़ा कमेटी को नहीं माना गया. BCCI से लेकर सभी जगह इसकी शिकायत की है. हम मामले का अध्ययन कर रहे हैं. 36 ऐसे जिले हैं, जिनको यह संज्ञान में भी नहीं लेते. यह यूपी की आधी आबादी है. जो बच्चे पीयूष चावला, सुरेश रैना, आरपी सिंह बनना चाहते हैं, लेकिन नहीं बन सकते हैं.
चयन प्रक्रिया खराब
यहां कि चयन प्रक्रिया खराब है. मेरा मानना है कि जनपद स्तर पर प्रतियोगिता होनी चाहिए. जो बच्चे मैच खेल रहे हैं उनका रिकॉर्ड ऑनलाइन होना चाहिए. उसके परफॉर्मेंस पर ध्यान देना चाहिए. 800-1000 बच्चों का ट्रायल होता है. इसमें पारदर्शिता नहीं बरती जाती है. ये लोग कह रहे हमारी यूपी सरकार से बनती है.
लोढ़ा कमेटी का गठन
आपको बता दें कि सर्वोच्च न्यायालय ने लोढ़ा कमेटी का गठन किया था. इसी नियमावली के तहत BCCI चलती है, लेकिन UPCA ने इसे दरकिनार कर दिया है. कांग्रेस के एक नेता हैं, मैं, उनकी इज्जत करता हूं. लेकिन उन लोगों ने बच्चों के साथ खिलवाड़ किया है. हम कोर्ट जाएंगे, वहीं से बच्चों के भविष्य का फैसला होगा.
उन्नाव में क्रिकेट एकेडमी बनी
मोहसिन रजा ने बताया कि उन्नाव में क्रिकेट की एकेडमी बनाई गई. गाजियाबाद में में भी यही प्रक्रिया हुई. क्रिकेट का प्रमोशन नहीं हो रहा है. यहां पर बच्चों का दोहन हो रहा अभिभावकों को परेशान किया जा रहा है. ग्रीन पार्क स्टेडियम में प्राइवेट कंपनी ने एक प्राइवेट कंपनी को कैंटीन खोलने का काम दे दिया. यह कंपनी गैर कानूनी तौर पर बनाई गई है. हम बच्चों के लिए कमेटी बनाने की मांग करेंगे, जिसमें जज भी रहें.
और पढ़ें - यूपी बैडमिंटन एसोसिएशन के सचिव और बेटे को मिली सजा, नाबालिगों के शोषण में सजा
और पढ़ें - CM सिटी गोरखपुर में लगेगा पहलवानों का 'कुंभ', 12 प्रतिष्ठित टीमें लेंगी भाग
उत्तर प्रदेश की नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहाँ पढ़ें UP News in Hindi और पाएं Latest Lucknow News Hindi की हर पल की जानकारी. उत्तर प्रदेश की हर ख़बर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार. जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!