प्रयागराज महाकुंभ में मोर्चा संभालेंगे 10 लाख डिजिटल योद्धा, साइबर अपराध के खिलाफ बनेंगे दीवार
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प्रयागराज महाकुंभ में मोर्चा संभालेंगे 10 लाख डिजिटल योद्धा, साइबर अपराध के खिलाफ बनेंगे दीवार

Lucknow News: महाकुंभ 2025 के दौरान फेक न्यूज और साइबर अपराध पर लगाम लगाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर यूपी पुलिस बड़ी संख्या में डिजिटल वॉरियर्स को मैदान में उतार रही है. सीएम के निर्देश पर पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने "डिजिटल वॉरियर्स" बनाने की योजना को व्यापक रूप देने के निर्देश दिए हैं.  

प्रयागराज महाकुंभ में मोर्चा संभालेंगे 10 लाख डिजिटल योद्धा, साइबर अपराध के खिलाफ बनेंगे दीवार

Lucknow News: महाकुंभ 2025 को सुचारू रूप से संपन्न करने और फेक न्यूज जैसी समस्याओं से निपटने के लिए यूपी पुलिस ने नया कदम उठाया है. इसके तहत "डिजिटल वॉरियर्स" की तैनाती की गई है, जो फेक न्यूज का खंडन, साइबर अपराध के प्रति जागरूकता और पुलिस के सराहनीय कार्यों का सोशल मीडिया पर प्रचार-प्रसार करेंगे. इसके लिए सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स और कॉलेज के छात्रों को जोड़ा गया है. इस पहल की सफलता को देखते हुए अब इसे पूरे प्रदेश में लागू करने के निर्देश दिए गए हैं.  

कैसे हुई शुरुआत
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर यूपी पुलिस ने 2018 में डिजिटल वालंटियर्स की शुरुआत की थी. इसमें व्हाट्सएप के माध्यम से समाज के विभिन्न वर्गों को जोड़ा गया. 2023 में "व्हाट्सएप कम्युनिटी ग्रुप" बनाए गए, जिनमें लगभग 10 लाख डिजिटल वालंटियर्स और 2 लाख पुलिसकर्मी जुड़े. ये वालंटियर्स गांव, मोहल्ले और कस्बों के लोगों को फेक न्यूज और साइबर क्राइम के प्रति जागरूक करते हैं.  

डिजिटल वॉरियर्स की नई पहल
पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने "डिजिटल वॉरियर्स" बनाने की योजना को व्यापक रूप देने के निर्देश दिए हैं. इसके तहत सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स और कॉलेज/विश्वविद्यालयों के छात्रों को ट्रेनिंग देकर "डिजिटल वॉरियर" बनाया जाएगा. ये वॉरियर्स न केवल फेक न्यूज की पहचान करेंगे, बल्कि अपने सामाजिक दायरे में जागरूकता फैलाएंगे.  

कैसे बनते हैं डिजिटल वॉरियर
डिजिटल वॉरियर बनने के लिए इच्छुक व्यक्तियों को एक फॉर्म भरना होगा. चयनित वॉरियर्स को प्रशिक्षित किया जाएगा, जहां उन्हें फेक न्यूज और साइबर अपराध की पहचान और इनसे निपटने के तरीके सिखाए जाएंगे.  

डिजिटल वॉरियर्स का काम 
1. फेक न्यूज का खंडन: सोशल मीडिया पर फैल रही झूठी खबरों की पहचान और उनका खंडन करना.
2. जागरूकता अभियान: साइबर क्राइम के प्रति लोगों को सचेत करना.  
3. साइबर ट्रेनर: साइबर क्राइम के खिलाफ अन्य लोगों को प्रशिक्षित करना.  
4. पुलिस के कार्यों का प्रचार: पुलिस के अच्छे कार्यों और अभियानों को सोशल मीडिया पर फैलाना.

ट्रेनिंग और वर्कशॉप
डिजिटल वॉरियर्स के लिए स्कूल, कॉलेज, और पुलिस लाइन्स में वर्कशॉप आयोजित की जाएंगी. इनमें साइबर विशेषज्ञ और फैक्ट चेकर्स उन्हें तकनीकी ज्ञान देंगे. कार्यशालाओं में पोस्टर, स्लोगन और सोशल मीडिया कंटेंट बनाने जैसी रचनात्मक गतिविधियां कराई जाएंगी.  

प्रोत्साहन और निगरानी
डिजिटल वॉरियर्स के कार्यों की मासिक रिपोर्ट तैयार की जाएगी. बेहतर प्रदर्शन करने वालों को प्रशस्ति पत्र और मेमेंटो देकर प्रोत्साहित किया जाएगा.  

डिजिटल वॉरियर बनने से पहले ध्यान दें.
- डिजिटल वॉरियर्स केवल वे लोग होंगे, जिनकी छवि स्वच्छ हो.  
- इन वॉरियर्स को स्वैच्छिक रूप से काम करना होगा.  
- गलत गतिविधियों में शामिल होने पर उन्हें कार्य से हटा दिया जाएगा।  

महाकुंभ जैसे आयोजन को सफल बनाना लक्ष्य
डिजिटल वॉरियर्स न केवल फेक न्यूज और साइबर क्राइम के खिलाफ एक मजबूत दीवार बनेंगे, बल्कि पुलिस और जनता के बीच विश्वास का पुल भी तैयार करेंगे इस पहल से महाकुंभ जैसे बड़े आयोजनों को शांतिपूर्ण और सफल बनाने में मदद मिलेगी. 

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