Vaishno Devi Temple Dress Code: वैष्णो माता के दर्शन और आरती के समय इन कपड़ों का पहनना मना, जानें अनिवार्य ड्रेस कोड
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Vaishno Devi Temple Dress Code: वैष्णो माता के दर्शन और आरती के समय इन कपड़ों का पहनना मना, जानें अनिवार्य ड्रेस कोड

Vaishno Devi Temple Dress Code: नवरात्रि से वैष्णो माता के दर्शन और उनकी आरती के समय क्या कपड़े पहनने हैं इसका पूरा डीटेल बताया है. इस दौरान शालीन वस्त्र धारण करने हैं और छोटे कपड़े निक्कर कैपरी टी-शर्ट जैसे पोषाक पहनकर दर्शन करना पूरी तरह प्रतिबंधित होगा. इस संबंध में श्राइन बोर्ड प्रशासन ने कड़े निर्देश जारी कर दिए हैं.

Vaishno Devi temple

Vaishno Devi Temple: इस नवरात्रि से भक्तों को अगर वैष्णो माता के दर्शन करने हैं और अटका आरती में शामिल होना है तो अपने कपड़ों का खास ध्यान रखना होगा. दरअसल इस बार के नवरात्रि से दर्शन और आरती के समय शालीन पोषाक पहनना अनिवार्य होगा. कुछ कपड़े जैसे कि निक्कर, कैपरी, टी-शर्ट जैसे पहनावे के साथ माता रानी के दर्शन करना पूरी तरह बैन कर दिया गया है.

श्राइन बोर्ड प्रशासन की नजर रहेगी
इस बारे में श्राइन बोर्ड प्रशासन ने कड़ा निर्देश दिया है जिसके तहत मां वैष्णो देवी भवन पर जगह-जगह इस नियम को लेकर सूचना पट्टी लगा दी गई है. इतना ही नहीं इस बारे में अनाउंसमेंट भी की गई है. जो श्रद्धालु शालीन वस्त्र नहीं पहने रहेंगे उनको दर्शन करने की अनुमति नहीं होगी और न तो वो दिव्य आरती में शामिल होंगे. शालीन वस्त्र संबंधी कई तरह के निर्देश भी दिए गए हैं. अबकी बार नवरात्रि से इस निर्देश पर बहुत ही सख्ती से अमल किया जाएगा. श्राइन बोर्ड प्रशासन की नजर श्रद्धालुओं के पहनावे पर हो. 

सभी भवन मार्गों पर पहली बार निशुल्क फलाहार की व्यवस्था
इस बार श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने पूरे नवरात्रि में फलाहार करने वाले भक्तों के लिए विशेष तरह की व्यवस्था की है. सभी यात्रा मार्गों पर भक्तों को लंगर कराया जाएगा जिसमें फ्री में फलाहार कराया जाएगा. पहले श्राइन बोर्ड के भोजनालय में नवरात्रि पर फलाहार वाली थाली जैसी सुविधा थी पर फलाहार लंगर की सुविधा कई जगहों पर पहली बार दी जा रही है.मां वैष्णो देवी के नए ताराकोट मार्ग के तराकोट स्थल पर, पारंपरिक मार्ग पर सांझी छत क्षेत्र में, इसके अलावा भैरव घाटी में भैरव मंदिर परिसर में इस तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी. 

आपको बता दें कि 15 अक्टूबर से नवरात्रि का पर्व शुरू हो रहा है. माता शैलपुत्री की इस दिन पूजा की जाएगी और भक्त इस दिन कलश स्थापना के साथ ही नवराक्षि की पूजा शुरू कर देंगे.

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