Barsana Death: बरसाना में कथित रूप से दम घुटने की वजह से तीन श्रद्धालुओं की जान चली गई है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. राधाष्टमी के मौके पर बरसाना में भीड़ काफी थी. भीड़ के दबाव के कारण जान जाने की आशंका है.
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Devotees Death In Barsana: उत्तर प्रदेश (UP) में मथुरा (Mathura) के बरसाना (Barsana) में तीन श्रद्धालुओं की मौत हो गई है. संदिग्ध परिस्थितियों में तीन श्रद्धालुओं की मौत हुई है. राधाष्टमी पर दर्शन करने ये श्रद्धालु बरसाना पहुंचे थे. भीड़ के दबाव के कारण मौत की आशंका जताई जा रही है. बता दें कि राधाष्टमी पर बरसाना में हर साल भीड़ होती है. बड़ी संख्या में श्रद्धालु राधाष्टमी के मौके पर दर्शन के लिए बरसाना पहुंचते हैं. बरसाना को ही राधा जी का जन्मस्थान माना जाता है. यहां के मंदिर में राधाष्टमी पर भव्य कार्यक्रम होता है. जान लें कि 1 साल पहले बांके बिहारी पर मंगला आरती के दर्शन के दौरान 2 श्रद्धालुओं की मौत हुई थी.
बरसाना में मनाई गई राधाष्टमी
गौरतलब है कि राधाष्टमी के मौके पर मथुरा में इस वक्त अलग ही रौनक है. ब्रजभूमि में राधा रानी के भक्त कल पूरे दिन नाचते-गाते रहे. बरसाना के राधा रानी मंदिर को भी बेहद खूबसूरती से सजाया गया. राधा रानी के जन्मोत्सव के मौके पर मथुरा-वृंदावन और बरसाना में भक्त खुशी से झूम रहे थे. आज सुबह 4 बजे राधा रानी ने बरसाना में जन्म लिया. जन्मोत्सव के लिए बरसाना की सजावट भी देखने लायक थी. श्रद्धालुओं को ये नजारा बहुत पसंद आया.
बरसाना में हुआ महाभिषेक
जान लें कि कान्हा की नगरी मथुरा में राधा जी के जन्म की धूम मची रही. बरसाना के ब्रह्मांचल पर्वत स्थित श्री जी मंदिर में मंगला ब्रह्म मुहूर्त में महाभिषेक के साथ ही राधा जी का प्राकट्य उत्सव संपन्न हुआ. वैदिक मंत्रोच्चार के मध्य गोस्वामी समाज के गुरु नारायण भट्ट स्वामी जी के वंशजों की मौजूदगी में श्री जी मंदिर में लाडली जी का अभिषेक ब्रह्म मुहूर्त में किया गया. यहां 1100 किलोग्राम दूध, दही, घी, शहद और शक्कर से राधा रानी का महाभिषेक हुआ. महाभिषेक के बाद राधा जी का दिव्य व अलौकिक श्रृंगार हुआ.
तैयार की गई खास पोशाक
राधा रानी के अभिषेक के बाद उनको मोती जड़ित पीली पोशाक धारण कराई गई. यह पोशाक इस बार 1 लाख में तैयार हुई है. जरी पर मोती जड़कर यह पोशाक तैयार की गई है. ब्रज के कारीगरों द्वारा यह पोशाक 15 दिन की मेहनत कर तैयार की गई थी. देर शाम से ही श्री जी मंदिर में देश-विदेश से भक्तों का आने बधाई देने और नाच-गाने का सिलसिला जारी रहा.