900 करोड़ का सुपर कंप्यूटर करेगा सटीक भविष्यवाणी! खतरनाक आपदओं से हफ्ते भर पहले देगा चेतावनी
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900 करोड़ का सुपर कंप्यूटर करेगा सटीक भविष्यवाणी! खतरनाक आपदओं से हफ्ते भर पहले देगा चेतावनी

Super computer In Noida: मौसम का पूर्वानुमान लगाने के लिए उत्तर प्रदेश के नोएडा में 900 करोड़ रुपए का नया सुपर कंप्यूटर स्थापित किया जा रहा है जो हफ्ते भर पहले ही हिमपात से लेकर चक्रवात जैसे खतरनाक आपदाओं की जानकारी दे देगा.

फाइल फोटो

Super computer For Weather News: दुनिया में बढ़ते प्रदूषण की वजह से तेजी से मौसम में परिवर्तन हो रहा है. कभी अचानक तपती धूप में बारिश होने लगती है तो कभी मानसून आने में देरी होती है. कई जगहों पर बेमौसम बरसात की वजह से आम लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. कुछ प्राकृतिक आपदाएं ऐसी होती है जिनके आने पर उनका सटीक अनुमान लगाना इंसानों के लिए मुश्किल होता है. हिमपात और चक्रवात (Snow and Cyclone) जैसे खतरनाक प्राकृतिक आपदाओं के बारे में अगर पहले से जानकारी हो तो सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा सकते हैं. अब इन खतरनाक प्राकृतिक आपदाओं की भविष्यवाणी एक सुपर कंप्यूटर द्वारा संभव है.

यहां होगा स्थापित

आमजनों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर उत्तर प्रदेश के नोएडा में 900 करोड़ रुपए का सुपर कंप्यूटर (Super Computer.) स्थापित किया जा रहा है, जो इस तरह की आपदाओं से इंसानों को अलर्ट करेगा और हफ्ते भर पहले ही जानकारी मुहैया करा देगा. सुपर कंप्यूटर द्वारा दी गई जानकारी एकदम सटीक होगी. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इस सुपर कंप्यूटर को नोएडा के सेक्टर-62 स्थित राष्ट्रीय माध्यम अवधि मौसम पूवार्नुमान केंद्र (National Center for Medium Range Weather Forecasting) में स्थापित किया जाएगा. नए सुपर कंप्यूटर की क्षमता 18 पेटा फ्लोप है जबकि वर्तमान कंप्यूटर की क्षमता 6.8 पेटा फ्लोप ही है. नया सुपर कंप्यूटर मौसम की सटीक जानकारी देगा जिससे गंभीर परिस्थितियों में लोगों को अलर्ट करना आसान हो जाएगा और सुरक्षा के नजरिए से भी यह बेहतर साबित होगा.

क्या होगी नए सुपर कंप्यूटर की खासियत

सूत्रों की मानें तो इस नए कंप्यूटर का नाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) खुद सबके सामने बताएंगे. यह सुपर कंप्यूटर (Super Computer) एक वक्त पर कई काम कर सकता है. इसमें क्वांटम यांत्रिकी, मौसम का पूवार्नुमान, जलवायु पर अनुसंधान, तेल तथा प्राकृतिक गैस अन्वेषण, विमान तथा अंतरिक्षयान के लिए वायु गति विज्ञान, परमाणु हथियारों के विस्फोट एवं विलय जैसे कार्य होंगे.

(इनपुट: एजेंसी)

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